काला धन को लेकर पूरे देश में हल्ला मचा हुआ है। हर किसी को यह संदेश मोबाइल के माध्यम से भेजा जा रहा है कि भारत का 280 लाख करोड़ स्विस बैकों में काला धनके रूप में जमा है। यहां तक कि इस संदेश में यह भी जानकारी दी जाती है कि अगर यह पैसा भारत वापस ले आया जाए तो इससे हमारे देश का कितना विकास किया जा सकता है। लेकिन सरकार के आंकड़े संदेशों के इन आंकड़ों से मेल नहीं खाते हैं। सरकार का कहना है कि स्विस बैंक से मिले आंकड़ों के मुताबिक वहां भारत का 9,295 करोड़ रुपए जमा है।
राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान वित्तराज्यमंत्री पलानी माणिक्कम ने बतया कि 31 दिसंबर 2010 तक स्विस बैंकों में भारत का 9,295 करोड़ रुपए जमा है। भारत ने इसके लिए अप्रैल 2011 में विदेशों में जमा ब्लैक मनी की जानकारी के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी विदेशों में जमा भारतीयों का पैसा जमा होने के बारे में सूचनाएं मुहैया करा रही है।
अभी यह खुलासा नहीं हो पाया है कि विदेशी बैंकों में जो ब्लैक मनी है वह निकाली जा चुकी है या नहीं। फिलहाल सरकार के इस खुलासे से इतना तो साफ हो गया है कि विदेशों में जमा ब्लैकमनी में भारी हेरफेर हुआ है। एक तरफ आंकड़े बताते हैं कि विदेशों में भारतीयों का लाखों करोड़ों रुपए जमा हैं वहीं सरकारी आंकड़े इसे 10 हजार करोड़ से भी कम बता रहा है।

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