बिहार डूबा जनतंत्र की जीत के जश्न में. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 28 अगस्त 2011

बिहार डूबा जनतंत्र की जीत के जश्न में.

गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे के अनशन तोड़ने ऐलान के साथ ही राजधानी पटना समेत बिहार के तमाम हिस्सों में खुशी की लहर दौड़ गई। कई इलाकों में लोग घर से निकलकर सड़क पर आ गए। पिछले 12 दिनों से अन्ना के समर्थन में पटना के कारगिल चौक पर धरना और अनशन पर बैठे लोग शनिवार देर शाम जश्न मनाने में मशगूल हो गए। पूरा पटना मानो जश्न में डूब गया। कई मोहल्लों में लोगों ने पटाखे छोड़े तो कई लोगों ने मिठाइयां बांटी।

शिक्षाविद् एवं पटना यूनिवर्सिटी के प्रफेसर एल.एन. चौधरी कहते हैं कि यह वास्तव में जनता की जीत है। वह कहते हैं कि आज लोगों ने दिखा दिया कि जनतंत्र, संसदतंत्र पर भारी है। एक महिला का कहना है कि आज एक व्यक्ति ने उन सभी नेताओं को आईना दिखा दिया, जो नेता अपनी औकात भूल गए थे।

वहीं, कुछ लोगों ने मंदिर में जकार भगवान को अन्ना हजारे की सेहत का ख्याल रखने के लिए धन्यवाद दिया। पटना के अलावा राज्य के पूर्णिया, सहरसा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर समेत कई जिलों से भी जश्न मनाए जाने की खबर है। वैसे, इन क्षेत्रों के लोगों का कहना है कि वास्तव में जश्न तो रविवार को मनेगा जब सुबह 10 बजे अन्ना अनशन तोड़ेंगे।

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