प्रभावी लोकपाल की मांग को लेकर रामलीला मैदान में 13 दिनों से अनशन पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने रविवार को दलित एवं मुस्लिम समुदाय की दो बच्चियों के हाथों जूस पीकर अपना अनशन समाप्त किया। सुंदरनगरी की दलित समुदाय की पांच वर्षीय बच्ची सिमरन और तुर्कमान गेट की रहने वाली इकरा ने अन्ना को शहद मिश्रित नारियल पानी पिलाकर अनशन समाप्त कराया।
गौरतलब है कि अन्ना को 16 अगस्त को उस समय हिरासत में ले लिया गया था, जब वह अनशन के लिए जयप्रकाश नारायण पार्क जा रहे थे। बाद में उन्हें गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया गया था। जेल से छूटने के बाद वह 19 अगस्त को रामलीला मैदान पहुंचे थे। अन्ना का अनशन 13 दिन तक चला है। अनशन तोड़ने के बाद अन्ना हजारे को अस्पताल ले जाया जाएगा, जहां उनकी मेडिकल जांच की जाएगी।
उनकी मांगों के अनुरूप संसद में लाए गए प्रस्ताव पर बनी सैद्धांतिक सहमति के बाद उन्होंने शनिवार रात को ही अनशन तोड़ने की घोषणा कर दी थी।हालांकि अन्ना हजारे ने समर्थकों को सम्बोधित करते हुए कहा है, ‘जन लोकपाल की यह आधी जीत हुई है। पूरी जीत अभी बाकी है। यह पूरी युवा शक्ति की जीत है। यह जनता की जीत है। यह सामाजिक संगठन की जीत है। यह मीडिया की जीत है।’
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