रामलीला मैदान में 74 वर्षीय गांधीवादी के स्वास्थ्य पर नज़र रखने के लिए और अधिक डॉक्टर तैनात किए गए हैं. मजबूत लोकपाल विधेयक के मुद्दे पर हजारे की भूख हड़ताल को 260 घंटे से अधिक हो चुके हैं. अन्ना का अनशन 12वें दिन भी अनशन जारी है.
अन्ना की जांच के लिए रामलीला मैदान पहुंची डॉक्टरों की टीम ने अन्ना के स्वास्थ्य के प्रति चिंता जताई है साथ ही उन्हें कम बोलने और आराम करने की सलाह दी है.
अन्ना के स्वास्थ्य की निगरानी कर रहे डॉक्टर नरेश त्रेहन ने कहा उनका रक्तचाप गिर गया है जबकि हृदय गति बढ़ गई है.’’ उन्होंने कहा, "हम कल (शुक्रवार) रात की अपेक्षा ज्यादा चिंतित हैं."
डॉक्टर त्रेहन के मुताबिक अन्ना का वजन कम होने से कमजोरी हुई है. उनका पल्स रेट भी बढ़ गया है.
उन्होंने कहा, ‘‘रक्तचाप कम हुआ है. हमने रक्त के नमूने लिए हैं. उनका वजन कम होने की वजह से उनके शरीर में ऊर्जा की भी कमी हुई है.’’
डॉ त्रेहन ने कहा कि क्योंकि रक्तचाप कम हो गया है इसलिए उन्होंने रामलीला मैदान में हजारे के स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए डॉक्टरों की संख्या दोगुनी कर दी है. टीम अन्ना के सूत्रों ने कहा कि डॉक्टर वाकई चिंतित हैं और उन्हें आशंका है कि हजारे के अंदरूनी अंग अनशन की वजह से प्रभावित होने शुरू हो गए हैं. डॉक्टर ने बताया, "अन्ना का वजन सात किलोग्राम कम हुआ है और वह कमजोरी व थकान महसूस कर रहे हैं." उन्होंने कहा, "अभी उनकी हालत स्थिर है. उनका स्वास्थ्य लगातार गिरता जा रहा है इसलिए उन्हें जितनी जल्दी सम्भव हो सके उतनी जल्दी अपना अनशन समाप्त कर देना चाहिए. उनके चेहरे के रंग से उनकी हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है. पानी की कमी के कारण उनका रंग बहुत गहरा हो गया है."
डॉक्टरों के मुताबिक अन्ना को अस्पताल ले जाया जाएगा या नहीं इस बात पर डॉक्टर दोपहर बाद निर्णय लेंगे.
एक अन्य अन्ना समर्थक ने बताया कि वह तनाव में हैं और ठीक से चल नहीं पा रहे हैं. अन्ना 16 अगस्त से ही अनशन पर है और तब से सिर्फ पानी पी रहे हैं. अन्ना ने कहा है कि संसद में तीनों शर्तों पर बहस शुरू हो तो वह अनशन तोड़ सकते हैं. ये शर्तें है, निचली नौकरशाही को लोकपाल के दायरे में लाना, हर सरकारी विभाग में नागरिक चार्टर और हर राज्य में लोकायुक्त की नियुक्ति.
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