अफगान जंग के लिए जमीन देना सही. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 10 सितंबर 2011

अफगान जंग के लिए जमीन देना सही.

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने अफगानिस्तान में जंग के लिए अपनी जमीन के इस्तेमाल की इजाजत देने को सही फैसला बताया है। उनका कहना है कि अगर आज भी हालात वैसे होते और मुझे फैसला लेना होता तो मैं वही करता जो मैंने तब किया था। अगर मैं अमेरिकी सेना को पाक से अफगानिस्तान में अभियान चलाने की इजाजत न देता तो भारत उसे मदद देता। तब पाकिस्तान को अमेरिका और भारत दोनों का सामना करना पड़ता। हमारी संप्रभुता का उल्लंघन होता सो अलग। वैसे भी हम तालिबान की सोच के साथ खड़े नहीं होना चाहते थे क्योंकि वह पाकिस्तान के लिए अच्छा नहीं होता।

अपनी मर्जी से देश से बाहर दुबई में रह रहे मुशर्रफ ने ये बातें एक चीनी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कही हैं। मुशर्रफ ने कहा कि अफगानिस्तान पर अमेरिका हमला करने जा रहा था, यह साफ था। वे कहां से हमला कर सकते थे? भारत से और भारत सभी तरह की सुविधाएं देने को तैयार था। अगर अमेरिकी सैनिक भारत से आते और हम उनके साथ नहीं होते तो क्या हुआ होता? तब पाकिस्तान को अमेरिका और भारत का एक साथ मुकाबला करना पड़ता क्योंकि अगर वे पाकिस्तान होकर अफगानिस्तान जाते तो भूमि और वायु सीमा में हमारी संप्रभुता का उल्लंघन होता। यह पाकिस्तान के हित में बिल्कुल नहीं था।

अमेरिकी सैनिकों को पाकिस्तान से अभियान चलाने की इजाजत देते वक्त उन्होंने इस बात पर विचार किया कि तालिबान की तरफदारी करने से इसका पाकिस्तान पर क्या असर पड़ सकता है। पूर्व सैन्य शासक ने कहा कि मैंने इस पर विचार किया कि तरफदारी करने या नहीं करने का क्या प्रभाव होगा। उन्होंने कहा कि मैं पाकिस्तान में तालिबान की विचारधारा नहीं चाहता था इसलिए मैंने सोचा कि हम उसके साथ क्यों जाएं।

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