पड़ोसी चीन की भारतीय सीमा में फिर से घुसपैठ की खबर है। पिछले महीने जम्मू कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलओएसी) लांघ कर भारतीय सीमा में घुसे दो चीनी हेलीकॉप्टरों ने भारत के कई बंकर तबाह कर दिए। हालांकि इन बंकरों का इस्तेमाल अभी तक नहीं हुआ था ऐसे में जानमाल को कोई नुकसान नहीं हुआ। चुमुर इलाके में घुसे इन हेलीकॉप्टरों में सात से आठ चीनी सैनिक बताए जा रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक लेह जिला प्रशासन की ओर से राज्य सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में चीन की इस हरकत का खुलासा हुआ है। कहा गया है कि इस इलाके में तैनात आईटीबीपी ने गृह मंत्रालय (एमएचए) को रिपोर्ट भेज दी है। स्थानीय प्रशासन को इसकी भनक नहीं लगने देने की भी बात सामने आ रही है। खबर है कि चीनी हेलीकॉप्टर बंकरों को तबाह करने के बाद वापस लौट गए जब तक कि उन्हें पकड़ा जाता या चुनौती दी जाती।
लेह के डिप्टी कमिश्नर टी. आंग्चुक ने बताया कि उन्होंने इस घटना की रिपोर्ट राज्य सरकार को भेज दी है। इस घटना की जांच के लिए सब डिविजनल मजिस्ट्रेट और एसएचओ को मौके का दौरा करने और रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है। लेह जिला प्रशासन को इस घटना की जानकारी बीते 9 सितंबर को मिली और एसडीएम को तथ्यों की जांच के लिए 11 सितंबर को रवाना किया गया।
भारतीय सेना ने ऐसी घटना से इनकार किया है। सेना के उत्तरी कमान के प्रवक्ता ले. कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है। हालांकि आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दो हेलीकॉप्टरों में सवार सात से आठ चीनी सैनिक चुमुर इलाके में 25 अगस्त को एलओएसी के भीतर करीब 200-300 फीट तक घुसे। ये इस इलाके में करीब 20 से 25 मिनट तक रुके भी। इन्होंने चीनी भाषा में कुछ लिखा और ‘बिना इस्तेमाल किए गए भारतीय बंकरों’ को क्षतिग्रस्त कर दिया।
चीन के साथ लगती एलओएसी पर लद्दाख की 646 किलोमीटर लंबी सीमा है। कई जगहों पर इस सीमा के बारे में निशान नहीं बनाए गए हैं। भारतीय सेना चीनी सैनिकों की इन हरकत को घुसपैठ नहीं बल्कि एलओएसी के निशान नहीं बनने की वजह से होने वाला अतिक्रमण मानती है। इस इलाके में आईटीबीपी की भी तैनाती है। आईटीबीपी का एक जवान इस जगह से काफी दूर पर खड़ा था, ऐसे में वह कोई जवाबी कार्रवाई नहीं कर सका। बताया जा रहा है कि आईटीबीपी के जवानों ने चीनी सैनिकों की इस हरकत को दूरबीन के जरिये देखा। सूत्रों के मुताबिक लेह में तैनात आईटीबीपी के डीआईजी ने इस घटना की रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेज दी है।

1 टिप्पणी:
bhartiya sainik majboot aur sarkaar kamzor hai,corruption khatam kare to hi desh ke liye soch payenge...behad afsos h ki hum in ghatiya rajnetao ko chun kar bhej dete hai,,,desh ke naagriko ko apna swarth bhool kar desh hit me sochna chahiye
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