गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी अपने राज्य में शांति, सौहार्द और एकता के लिए शनिवार से तीन दिन का उपवास रखेंगे। मंगलवार को उन्होंने यह ऐलान किया। गुलबर्गा सोसाइटी मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से उत्साहित मोदी ने अपने विरोधियों पर भी जमकर निशाना साधा। मोदी ने जनता के नाम पत्र में कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से जाहिर है कि 2002 दंगों के बाद से मेरे खिलाफ निराधार और झूठे आरोप लगाकर बनाया गया माहौल अब खत्म हो गया है। दस सालों से मेरी और गुजरात की छवि खराब करने की लगातार कोशिश की जा रही है। यह एक फैशन सा बन गया है।
गुजरात में विकास को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे लोग ही मुझे बदनाम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों ने उन्हें बदनाम करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी। यह भी कहना मुश्किल है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उनके खिलाफ दुष्प्रचार रुक जाएगा। लेकिन एक चीज अब तय है कि देश की जनता अब उनके खिलाफ झूठा दुष्प्रचार करने वाले लोगों पर कतई यकीन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि लोगों में भाईचारा और सौहार्द बढ़ाने के लिए वह सद्भावना मिशन शुरू करेंगे, जिसके तहत तीन दिन का उपवास भी रखेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे राज्य में शांति और सौहार्द का माहौल बनाने में मदद मिलेगी।माना जा रहा है कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा मोदी को राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका में उतार सकती है। मालूम हो कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने मोदी के खिलाफ कोई भी मामला दर्ज करने से इनकार करते हुए गुलबर्गा सोसाइटी के मामले को निचली अदालत को ही भेज दिया था। इस पर मोदी ने ट्वीट किया था कि गॉड इज ग्रेट। सुप्रीम कोर्ट के फैसले को अहम बताते हुए मोदी ने कहा कि कोई इसे जीत बता रहा है तो कोई हार। सब लोग इसकी अपने तरीके से व्याख्या कर रहे हैं।
बुधवार, 14 सितंबर 2011
मोदी राज्य में शांति के लिए उपवास रखेंगे.
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