नितीश का सांप्रदायिक रंग, भगवा संग. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 24 सितंबर 2011

नितीश का सांप्रदायिक रंग, भगवा संग.

आखिरकार नितीश का गद्दी, सत्ता, राजनीति और भगवा प्रेम के प्रति हकीकत का पटाक्षेप हो गया. विवादित आडवानी और आडवानी की विवादित यात्राओं से भिज्ञ नितीश आडवानी के आगामी यात्रा के अगुआ बनेंगे. जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर उनकी जन्मस्थली सिताबदियारा से 11 अक्टूबर को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रस्तावित रथयात्रा को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सी पी ठाकुर ने शनिवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि आडवाणी की यह देशव्यापी रथयात्रा उत्तर प्रदेश के सिताब दियारा से प्रारंभ होगी, जहां से यह यात्रा बिहार के छपरा, पटना और गया होते हुए झारखंड में प्रवेश करेगी। उन्होंने कहा कि इस रथयात्रा की रवानगी कुमार करेंगे। उन्होंने कहा कि सिताबदियारा से रथयात्रा शुरू होने के बाद छपरा में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।

डा. ठाकुर ने कहा कि छपरा के बाद रथयात्रा पटना पहुंचेगी, जहां आडवाणी का भव्य स्वागत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार से गुजरने वाले रथयात्रा के मार्ग में जगह जगह कार्यकर्ता आडवाणी के स्वागत के लिए उपस्थित रहेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में रथयात्रा के स्वागत के लिए विस्तृत रूपरेखा तैयार की गई है और उसके अनुसार पार्टी के कार्यकर्ता तैयारियों में जुट गए है।

1 टिप्पणी:

Dr. Dhanakar Thakur ने कहा…

मेरे विचार से भगवे का virodh एक सनकी मानसिकता है जो हिन्दू के नाम पर ही भड़क जाता है जबकि जन्हा जन्हा हिन्दू घटा है वह भारत से अलग हो गया जैसे अफगानिस्तान , पाकिस्तान, और भारत के भीतर कश्मीर की समस्या
गुजरात का नाम लेंगे तो काश्मिरी panditon को घर छोड़ने से वध्य करनेवाले कौन हैं/
भारत की राष्ट्रीयता का मापक भगवा ही रहा है जो त्याग का प्रतीक है
डॉ. धनाकर ठाकुर
प्रवक्ता, अंतर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद्