गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के सद्धभावना उपवास की शुरूआत हो चुकी है। मोदी पहले गुजरात यूनिवर्सिंटी पहुँचे, जहां बकायदा उनकी ताजपोशी की गई। करीब 50 हजार से ज्यादा लोग इस समय मोदी के उपवास स्थल गुजरात विश्वविद्यालय एक्जीबिशन हाल में मौजूद है। अपने उपवास के बारे में करीब पौन घंटे बोलते हुए मोदी ने कहा कि मेरे उपवास का लोग गलत मतलब निकाल रहे हैं। मेरी दिली इच्छा है कि गुजरातवासी काफी खुश और सुखी रहें इसलिए मैं ये उपवास रख रहा हूँ। इसके पीछे मेरा कोई राजनैतिक हथकंडा नहीं हैं। इस सद्भभावना उपवास का मेरे जन्म दिन से कोई लेना देना नहीं है।
आज लोग गुजरात के विकास की बातें करते हैं लेकिन इसके पीछे वो उनलोगों की तपस्या को नहीं देखते हैं जिनके बदौलत आज गुजरात तरक्की के शिखर की ओर अग्रसर है। मोदी ने जमकर अपनी पार्टी की तारीफ की। और कहा कि जब गुजरात में कोई बच्चा-पैदा होता था तो उसे बाद में अपने मां-बाप का नाम याद होता था, कर्फ्यू शब्द पहले ही याद हो जाता था। लेकिन आपको बता दें कि पिछले 10 सालों से गुजरात में कर्फ्यू नहीं लगा है। उन्होंने कहा कि 6 करोड़ गुजराती मेरा परिवार है, उनकी पीड़ा मेरी पीड़ा है, उनकी आशा मेरी आशा है। मेरे परिवार से कोई भी बाहर नहीं है, मेरे शरीर के कण कण पर आपका अधिकार है। मोदी ने कहा कि 90 से पहले गुजरात की हालत बहुत ज्यादा खराब थी लेकिन भाजपा ने राज्य की सूरत बदल दी।
मोदी ने कहा कि साल 2002 में भूकंप त्रासदी के बाद देश-दुनिया में मान लिया गया था कि गुजरात दुबारा खड़ा नहीं हो पाएगा। लेकिन ये गुजरात का सामर्थ्य है और वर्ल्ड बैंक का रिकॉर्ड है कि तीन साल के भीतर गुजरात न सिर्फ खड़ा हुआ बल्कि विकास की ओर दौड़ने लगा था। मोदी ने कहा कि अक्षरधाम पर भी हमले हुए तो लगा कि एक बार फिर गुजरात बंट जाएगा। लेकिन अक्षरधाम की घटना के बाद भी शांति, एकता और सद्भाव का परिचय दिया था।
साल 2008 सीरियल बम धमाके की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि इस घटना के बाद लगा कि गुजरात नहीं बचेगा। फिर कत्लेआम होगा,लहू बहेगा। लेकिन 6 करोड़ गुजरातियों ने संयम रखा। नरेंद्र मोदी ने कहा कि गुजरात की सीमा में प्रवेश करने के बाद लोग निश्चिंत हो जाते हैं कि वो सुरक्षित हो जाते हैं। हम ऐसे गुजरात को बर्बाद नहीं होने देंगे। मोदी ने कहा कि जिसको मौका मिला वो गुजरात को कोसता रहा। गुजरात को उसके नसीब पर छोड़ दिया गया। गुजरात ने सबको साथ लिए सबको जोड़ते हुए सभी की भलाई, सुख के लिए आगे बढ़ा है और आगे भी बढ़ता रहेगा।

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