भारतीय क्रिकेट टीम देर से निमंत्रण मिलने से नाराज लंदन में ही रहने के बावजूद आईसीसी अवॉर्ड्स समारोह में नहीं पहुंची। कहा जा रहा है कि टीम इंडिया ने इस समारोह का वहां रहने के बावजूद बहिष्कार किया है।
हैरानी इस बात की है कि आईसीसी सोमवार दोपहर तक भारतीय टीम को न्योता नहीं भेज पाई थी। टीम को जब दोपहर बाद इन्विटेशन मिला तो कई खिलाड़ी शाम का प्रोग्राम बना चुके थे। समय पर न्योता नहीं मिलने से टीम इंडिया आहत हुई और टीम की तरफ से समारोह में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया गया।
सूत्रों के अनुसार, आईसीसी चाहती थी कि कम से कम महेंद्र सिंह धोनी जिन्हें स्पिरिट ऑफ क्रिकेट अवॉर्ड के लिए चुना गया था, वह इस समारोह में शामिल हों। लेकिन वह भी नहीं गए। आईसीसी के अधिकारियों के अनुसार धोनी फोन पर भी उपलब्ध नहीं हुए। बाद में आईसीसी के अधिकारी ने बताया कि बीसीसीआई को इस समारोह का न्योता 26 अगस्त को ही भेजा गया था। इस समारोह के लिए उन्हें रविवार तक कुछ पता नहीं था। आईसीसी का जब बुलावा आया तब काफी देर हो चुकी थी।
धोनी को आईसीसी स्पिरिट ऑफ क्रिकेट अवॉर्ड दिया गया। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर क्रिकेट ऑफ द ईयर अवॉर्ड से वंचित रह गए। यह अवॉर्ड इंग्लैंड के जोनाथन ट्रॉट को दिया गया जिन्होंने अपनी टीम के साथी एलिस्टर कुक और साउथ अफ्रीका के हाशिम अमला को पीछे छोड़ा। गौतम गंभीर जिन्हें पिछले वर्ष वन डे प्लेयर अवॉर्ड मिला था इस बार यह अवॉर्ड श्रीलंका के कुमार संगकारा को मिला। आईसीसी अवॉर्ड पाने वालों में इस वर्ष धोनी अकेले भारतीय खिलाड़ी हैं।

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