
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने वर्ष 2012 को प्रख्यात गणितज्ञ एस रामानुजन की 125 वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय गणित वर्ष घोषित किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि गणित से जुड़े समुदाय का यह कर्तव्य है कि वह बेहतर गणितज्ञों की कमी को पूरा करने का रास्ता तलाशें। खासकर आधुनिक संदर्भ में जहां प्रत्येक मानवीय क्रिया-कलापों में गणित का प्रभाव काफी ज्यादा है।
केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की वैज्ञानिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने की केंद्र सरकार की नीति को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा, परंपरा को देखते हुए, हम स्वत: गणित को विशेष महत्व देते हैं। कई प्रकार से गणित को विज्ञान की जननी के रूप में देखा जा सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि रामानुजन पिछली सदी के शुरूआती दशकों में विश्वविद्यालय मूल्यांकन प्रणाली में खामियों का विश्लेषण कर विकट कठिनाइयों से पार पाते हुए महानता की पराकाष्ठ पर पहुंचे। रामानुजन की जीवनी लिखने वाले प्रोफेसर राबर्ट कानिगेल को सम्मानित करते हुए सिंह ने कहा कि इस पुस्तक ने महान गणितज्ञ को दुनिया भर में लोकप्रिय बनाया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि रामानुजन पर पूरे देश को गर्व है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सीवी रमन तथा सुब्रम्ण्यम चंद्रशेखर (दोनों नोबेल पुरस्कार से सम्मानित) के साथ वह विज्ञान एवं गणित के क्षेत्र में तीन महान विभूतियों में शामिल हैं जिसे तमिलनाडु तथा भारत ने दुनिया को आधुनिक समय में दिया है।
1 टिप्पणी:
राजनीतिबाजों के लिए फिर तो अधिक महत्वपूर्ण होगा.
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