संसद लोकपाल का अंतिम रूप तय करेगी. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


सोमवार, 26 दिसंबर 2011

संसद लोकपाल का अंतिम रूप तय करेगी.



वित्त मंत्री प्रणब मुखेर्जी ने सोमवार को कहा कि संसद लोकपाल विधेयक का अंतिम रूप तय करेगी। मुख़र्जी ने अपने साउथ कोलकाता स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा "कानून बनाना संसद का काम है। हम(सरकार) ने अन्ना और उनकी टीम से कई दौर की वार्ता की थी। हम उनके दृष्टिकोण से अवगत हैं। करीब नौ दौर की बैठक उनके साथ हो चुकी है। इसके बाद मध्यस्थों के माध्यम से भी कुछ बातचीत हुई है।" 


अन्ना के कल से अनशन पर बैठने और कल ही संसद में लोकपाल विधेयक पर होनी वाली बहस के बाबत पूछे जाने पर उन्होंने कहा "यह संसद को निर्णय करना है कि  विधेयक का अंतिम स्वरुप क्या होगा" मुख़र्जी ने कहा "हमने हाउस में चर्चा के लिए विधेयक लाया है। विधेयक के कई प्रावधानों पर सांसदों का क्या रुख रहेगा,इसके बारे में मैं अभी से कुछ नहीं कह सकता हूं। आप इसके बारे में जान जाएंगे।"

लोकसभा मंगलवार को लोकपाल विधेयक पर चर्चा शुरू करने वाली है। यह विधेयक पिछले सप्ताह पेश किया गया था। इस विधेयक पर चर्चा के लिए सत्र की अवधि 27 से 29 दिसम्बर तक बढ़ाई गई। इसी दौरान अन्ना भी मुम्बई में अनशन पर रहेंगे। अन्ना और उनकी टीम ने सरकारी विधेयक का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने इस विधेयक को अनुपयोगी करार दिया है। वे सरकार से जनलोकपाल विधेयक पारित करने की मांग कर रहे हैं। 

कोई टिप्पणी नहीं: