
वित्त मंत्री प्रणब मुखेर्जी ने सोमवार को कहा कि संसद लोकपाल विधेयक का अंतिम रूप तय करेगी। मुख़र्जी ने अपने साउथ कोलकाता स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा "कानून बनाना संसद का काम है। हम(सरकार) ने अन्ना और उनकी टीम से कई दौर की वार्ता की थी। हम उनके दृष्टिकोण से अवगत हैं। करीब नौ दौर की बैठक उनके साथ हो चुकी है। इसके बाद मध्यस्थों के माध्यम से भी कुछ बातचीत हुई है।"
अन्ना के कल से अनशन पर बैठने और कल ही संसद में लोकपाल विधेयक पर होनी वाली बहस के बाबत पूछे जाने पर उन्होंने कहा "यह संसद को निर्णय करना है कि विधेयक का अंतिम स्वरुप क्या होगा" मुख़र्जी ने कहा "हमने हाउस में चर्चा के लिए विधेयक लाया है। विधेयक के कई प्रावधानों पर सांसदों का क्या रुख रहेगा,इसके बारे में मैं अभी से कुछ नहीं कह सकता हूं। आप इसके बारे में जान जाएंगे।"
लोकसभा मंगलवार को लोकपाल विधेयक पर चर्चा शुरू करने वाली है। यह विधेयक पिछले सप्ताह पेश किया गया था। इस विधेयक पर चर्चा के लिए सत्र की अवधि 27 से 29 दिसम्बर तक बढ़ाई गई। इसी दौरान अन्ना भी मुम्बई में अनशन पर रहेंगे। अन्ना और उनकी टीम ने सरकारी विधेयक का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने इस विधेयक को अनुपयोगी करार दिया है। वे सरकार से जनलोकपाल विधेयक पारित करने की मांग कर रहे हैं।
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