जमशेदपुर के डॉन अखिलेश सिंह को घाघीडीह जेल से दूसरे केंद्रीय कारा में स्थानांतरण की कवायद शुरू हो गई है। कारा महानिरीक्षक विजय कुमार सिंह ने जमशेदपुर के एसपी-डीसी को पत्र लिखकर इस मामले में उनका मंतव्य मांगा है। दूसरी ओर घाघीडीह केंद्रीय कारा के अधीक्षक ने अखिलेश सिंह को अपने जेल में रखने पर हाथ खड़े कर दिए हैं।
घाघीडीह केंद्रीय कारा के अधीक्षक ने जेल आईजी को पत्र लिखकर कहा है कि अखिलेश सिंह के भाई समेत 20-25 की संख्या में उनके सह अभियुक्त घाघीडीह जेल में हैं। इसी जेल में विरोधी परमजीत सिंह गुट के भी कई बंदी हैं। दोनों गुटों के एक ही जेल में रहने से तनाव पैदा हो सकता है। इससे आपस में तनातनी होगी और फिर विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। पहले भी इस कारा के भीतर अखिलेश गुट के बंदी प्रमोद कुमार सिंह उर्फ गौतम द्वारा परमजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी। फिर अन्य बंदियों द्वारा प्रमोद की हत्या कर दी गई थी।
जेल अधीक्षक ने सुरक्षा कारणों से अखिलेश सिंह को घाघीडीह से किसी अन्य सेंट्रल जेल में स्थानांतरित करने की अनुमति मांगी है। यह भी कहा है कि जिस कारा में इनका स्थानांतरण किया जाएगा वहां से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोर्ट में इनकी पेशी सुनिश्चित की जा सकती है। अधीक्षक के इस पत्र को जेल प्रशासन ने गंभीरता से लेने के बाद आवश्यक कवायद शुरू कर दी है।
झारखंड, बिहार व यूपी में अखिलेश सिंह पर 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। सबसे ज्यादा कांड जमशेदपुर में दर्ज किया गया है। लंबे समय तक फरार रहने के बाद अखिलेश को नोयडा से पिछले दिनों गिरफ्तार किया गया था। जमशेदपुर में अखिलेश के नाम पर काफी दहशत थी।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें