
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनी ने सख्त लहजे में कहा है कि परमाणु वैज्ञानिक मुस्तफा अहमदी रोशन की हत्या में शामिल रहे लोगों को कड़ी सजा दी जाएगी। परमाणु वैज्ञानिक की बुधवार को कार बम विस्फोट के जरिए की गई हत्या के जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा.इस हादसे के बावजूद हम दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ अपने रास्ते पर आगे बढ़ते रहेंगे।
अब तक श्री रोशन की हत्या में शामिल लोगों का कोई सुराग नहीं लग पाया है लेकिन ईरान इसके पीछे अपने कट्टर प्रतिद्वंदियों इजरायल और अमेरिका का हाथ मान रहा है१ ईरान का कहना है कि इस युवा परमणु वैज्ञानिक की मौत के बावजूद वह अपने परमाणु कार्यक्रम को जारी रखेगा। गौरतलब है कि 32 वर्षीय वैज्ञानिक श्री रोशन की कल तेहरान में अपने घर के बाहर हुए कार बम विस्फोट में मौत हो गई। कुछ साल पहले भी ईरान के एक और परमाणु वैज्ञानिक की गोली मारकर हत्या की गई थी। ईरानी संसद के स्पीकर अली लारिजानी ने इजरायल पर आंतकी हमलों में शामिल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ वैज्ञानिकों के मारे जाने से ईरान का परमाणु कार्यक्रम बाधित नहीं होगा।
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को 'खतरनाक'मानते हुए अमेरिका और उसके सहयोगी देश इसे रोकने की लगातार मांग करते रहे हैं। लेकिन ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को 'शांतिपूर्ण' बताते हुए कहा है कि वह अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए इस अभियान को चला रहा है। इजरायल के अस्तित्व को स्वीकार करने में हमेशा हिचकिचाहट दिखाने वाले ईरान के परमाणु ताकत बन जाने से समूचे पश्चिम एशिया का शक्ति संतुलन बिगड जाने की पश्चिमी देशों को आशंका है।
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