यूपीए सरकार एक बार फिर मुश्किल में फंसती नजर आ रही है। ए राजा और पी चिदंबरम का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ कि भ्रष्टाचार के दलदल में एक और मंत्री का नाम फंसता दिख रहा है। सरकार में भारी उद्योग मंत्री प्रफुल्ल पटेल पर करोड़ों की रिश्वत लेने का गंभीर आरोप लगा है।
कनाडा में भारतीय मूल के एक व्यापारी नजीर कारीगर ने पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल पर ढाई करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है।
मुंबई के पूर्व कमिश्नर हसन गफूर के दोस्त बताए जा रहे कारीगर के मुताबिक, उसने प्रफुल्ल पटेल के करीबी लक्ष्मण ढ़ोबले के जरिए रिश्वत पहुंचाई थी। यह मामला कनाडा की एक कोर्ट में चलाने की तैयारी है।
कनाडा के अधिकारी सार्वजनिक अधिनियम के कथित उल्लंघन के लिए नजीर कारीगर पर मुकदमा चलाने के की योजना बना चुके हैं। 64 वर्षीय कारीगर कनाडा के एक सुरक्षा कंपनी में भारतीय प्रतिनिधि है। एयर इंडिया ने सिक्योरिटी सिस्टम के लिए 500 करोड़ रुपए का टेंडर जारी किया था। इस कंपनी ने इसका अनुबंध एयर इंडिया के साथ कराया था। बाद में एयर इंडिया ने इसे रद्द कर दिया।
पटेल ने पीएम को लिखा पत्र
प्रफुल्ल पटेल ने प्रधानमंत्री से पत्र लिखकर अपनी बेगुनाही के बारे में अवगत कराया है। उन्होंने लिखा है कि, नागरिक उड्डयन मंत्री के रूप में मेरे पिछले कार्यकाल के बारे में कनाडा के अखबार में जो कुछ छपा है वह निराधार और झूठ है। पटेल ने पीएम से अनुरोध किया है कि, एयर इंडिया से इस मुद्दे के सभी रिकार्ड मंगवाकर जांच करवाई जाए। इन आरोपों को निराधार और झूठा बताते हुए उन्होंने लिखा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय इस टेंडर को प्रारंभिक चरण में ही रद्द कर दिया था। मौजूदा नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह ने कहा है कि ऐसे आरोपों के बावजूद मामले की जांच नहीं की जाएगी।

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