ऐसा माना जा रहा है कि ईरान भूमिगत प्लांट में हज़ारों सेंट्रीफ़्यूज लाने के लिए तैयार है. सेंट्रीफ़्यूजों की मदद से संवर्धित यूरेनियम के उत्पादन का काम तेज़ी से हो सकता है. ऊर्जा पैदा करने और परमाणु हथियार बनाने दोनों में संवर्धित यूरेनियम का इस्तेमाल ज़रूरी होता है.
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी आईएईए ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है. आईएईए के जाँचकर्ता इस हफ़्ते बातचीत के लिए ईरान आने वाले हैं. ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम केवल शांतिपूर्ण मकसद से लिए है जबकि पश्चिमी देशों को आशंका है कि ईरान गुप्त रूप से परमाणु बम बनाने की कोशिश कर रहा है. कई कूटनयिकों ने नाम न बताने के आग्रह बताया है कि क़ूम प्लांट में अब तारें बिछ चुकी हैं, पाइपें लग चुकी हैं और नए सेंट्रीफ़्यूज के लिए उपकरण आ चुके हैं.कूटनयिकों का ये भी कहना है कि सेंट्रीफ़्यूज अभी तक लगाए नहीं गए हैं और पता नहीं है कि ये लगाए जाएँगे या नहीं या फिर कब लगाए जाएँगे.
तीन दिन पहले ईरान ने ख़ुद कहा था कि उसने परमाणु तकनीक के बारे में और जानकारी हासिल कर ली है. ये सब ऐसे समय में हुआ है जब परमाणु मुद्दे को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव बढ़ रहा है. टोक्यो में इसराइल के रक्षा मंत्री एहुद बराक ने ईरान पर प्रतिबंध और कड़े करने की बात कही है जबकि ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने शनिवार को कहा है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम के कारण क्षेत्र में हथियारों की होड़ शुरु हो सकती है.
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