भारतीय मूल के जीव वैज्ञानिक डॉक्टर कमल बावा को वैश्विक सतत विकास की दिशा में विज्ञान के क्षेत्र में किए गए उनके श्रेष्ठ कार्य के लिए दुनिया के पहले अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुना गया है।
डॉक्टर बावा बोस्टन स्थिति मैसाचुसेटस विश्वविद्यालय में जीव विज्ञान के प्रोफेसर हैं। उन्हें रॉयल नार्वियन सोसायटी ऑफ साइंसेज एंड लेटर्स (डीकेएनवीएस) की ओर से 17 अप्रैल को जनरस सस्टेनेबिलिटी अवार्ड दिया जाएगा।
डीकेएनवीएस अध्यक्ष प्रोफेसर क्रिस्टियान फोशेम ने कहा कि हम इस पुरस्कार के लिए इतने योग्य विजेता का चयन करके बहुत खुश हैं। जनरस सस्टेनेबिलिटी अवार्ड विज्ञान के क्षेत्र में दिया जाने वाला पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है। यह हर दो साल पर दिया जाता है। यह पुरस्कार डीकेएनवीएस के संस्थापक बिशप जोहान अर्नस्ट जनरस के नाम पर दिया जाता है। डॉक्टर बावा ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि मेरे काम को मान्यता मिली है।
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