रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी अब मंत्रालय में कुछ ही दिनों के मेहमान है। ऐसे में उन्होंने भी बागी तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के दिमाग में क्या चल रहा होता है, यह जानना मुश्किल है। इसके साथ ही उन्होंने मुकुल रॉय रेल मंत्री बनाए जाने के सवाल पर कहा कि भगवान बचाए। इस बीच यह खबर भी आ रही है कि पार्टी सुप्रीमो के निर्देश पर जब तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कल्याण बनर्जी ने रेल मंत्री से इस्तीफा देने को कहा, तो उन्होंने ने साफ कर दिया है कि वह अपना इस्तीफा तभी देंगे, जब ममता बनर्जी उन्हें लिखित में ऐसा करने का आदेश देंगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ममता बनर्जी ने कांग्रेस आलाकमान को साफ कह दिया है कि अब दिनेश त्रिवेदी को बर्दाश्त करना उनके लिए मुमकिन नहीं है। सरकार ने उनकी मांग मानते हुए इस हफ्ते के बाद दिनेश त्रिवेदी को हटाने पर अपनी स्वीकृति दे दी है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, सरकार चाहती है कि सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण और रेल बजट पर प्रधानमंत्री के जवाब के बाद ही इस तरह को कोई निर्णय हो। वैसे, कांग्रेस के एक खेमे ने ममता बनर्जी को समझाया है कि इस समय त्रिवेदी के हटाने से उनके प्रति लोगों में सहानुभूति बढ़ेगी और वह बेवजह हीरो बन जाएंगे।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, त्रिवेदी की अभी पार्टी से छुट्टी नहीं की जाएगी, क्योंकि टीएमसी संसद में अपने संख्याबल में कोई कटौती नहीं चाहती है। उम्मीद की जा रही है कि रेल बजट पर चर्चा मुकुल रॉय ही करेंगे। गौरतलब है कि रेल बजट में किराया बढ़ाने और आम जन पर महंगाई की मार डालने के रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी के फैसले से नाराज होकर ममता बनर्जी ने उन्हें किनारे लगाने का मन बना लिया है। वहीं, दिनेश त्रिवेदी ने ममता की नाराजगी की परवाह न करते हुए शुरू से ही रेल बजट में किराए बढ़ोतरी को सही ठहरा रहे हैं और अब मुखर रूप से बगावत करते दिख रहे हैं। इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि रेलवे किसी की प्रॉपर्टी नहीं है। अगर रेलवे स्वस्थ होगा तो मैं गारंटी लेता हूं कि वॉरेन बफेट भी इसमें इनवेस्ट करेंगे।
जब उनसे पूछा गया कि क्या ममता को पता था कि रेल बजट में क्या है? इस पर उन्होंने जवाब दिया कि ये बातें सीक्रेट होती हैं। यह पूछने पर क्या किराए बढ़ाने के बारे में ममता बनर्जी को जानकारी दी गई थी, इस पर उन्होंने कहा, 'मैंने गोपनीयता की शपथ ली थी और मैं इससे बंधा हुआ हूं। मैं उनका (ममता का) दिमाग पढ़ने में उतना अच्छा नहीं हूं।' मुकुल रॉय को रेल मंत्री बनाए जाने की खबरों के बारे में पूछने पर उन्होंने तल्ख जवाब दिया और कहा, 'भगवान बचाए।'
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