राज्य गीत और प्रार्थना का लोकार्पण बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीएम सचिवालय में किया। इसके पहले मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की विशेष बैठक में राज्य गीत और प्रार्थना को स्वीकृति प्रदान की गई। लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बिहारियों से अपील किया कि वह बिहार गीत और प्रार्थना का खूब प्रचार-प्रसार करें।
नीतीश कुमार ने घोषणा किया कि राज्य गीत के रचयिता कवि सत्यनारायण और प्रार्थना के रचनाकार एचआर चिश्ती को गुरुवार को आयोजित बिहार दिवस कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया जाएगा। इस मौके पर आधा दर्जन से अधिक मंत्री, विधायक, विधान पार्षद और बिहार सरकार के दर्जनों अधिकारी मौजूद थे। शिवहरि ने दिया संगीत, शिव कुमार शर्मा व हरि प्रसाद चौरसिया ने बनाई धुन राज्य गीत और प्रार्थना का संगीत शिवहरि ने दिया। जबकि इसकी धुन राज्य सरकार के विशेष आग्रह पर संतूर वादक शिव कुमार शर्मा और बांसुरी वादक हरि प्रसाद चौरसिया ने बनाई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की, जल्दी ही राज्य गीत के संबंध में शिक्षा विभाग अनुदेश जारी करेगा। इसमें इस बात का जिक्र होगा कि राज्य गीत कब और कैसे गाना चाहिए। इसके अलावा गाते वक्त व्यक्ति के आचार-व्यवहार आदि की जानकारी भी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने प्रार्थना की तारीफ करते हुए कहा कि राज्य के बच्चों के लिए बेहतरीन प्रार्थना का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रार्थना का मर्म समझकर बच्चे इससे सबक लेंगे। इससे समाज में समरसता का भाव पैदा होगा। बिहार शताब्दी वर्ष पर पूरे राज्य में उत्सवी माहौल रहेगा। इस माहौल में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की नजर सुरक्षा पर ही होगी। गांधी मैदान में 22 से 24 मार्च तक चलने वाले बिहार शताब्दी वर्ष समारोह में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण 12 स्टॉल लगा रहा है। बुधवार को इसकी जानकारी देते हुए प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि सभी स्टॉल प्राकृतिक एवं मानवजनित आपदाओं से बचने लिए लोगों को जागरूक करेंगे। उन्होंने बताया कि बाढ़, भूकंप, चक्रवात, अग्निकांड व अन्य आपदाओं के प्रभाव को कम करने के लिए लोगों को ग्रामीण एवं शहरी परिवेश के आधार विशेषज्ञ मॉक ड्रिल करेंगे।
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