बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि सरकार राज्य में महादलित महिलाओं को शत-प्रतिशत साक्षर बनाने के मकसद से महादलित महिला अक्षर आंचल योजना शुरू करेगी। इसके तहत प्रति वर्ष आठ लाख महिलाओं को साक्षर बनाया जाएगा। पटना में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान नीतीश ने कहा कि महादलित महिलाओं को साक्षर बनाने के साथ-साथ उनके सर्वागीण विकास के लिए राज्य में अत्यंत पिछड़े महादलितों के रहने वाले क्षेत्रों के विकास के लिए मुख्यमंत्री शताब्दी महादलित टोला विकास योजना चलाई जाएगी जिसके तहत वहां पेयजल, शौचालय, पक्की नाली, सड़क आदि सुविधाएं पहुंचाई जाएंगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने बिहार में दलितों तक विकास योजनाओं का लाभ पहुंचाने में दूत के रूप में कार्यरत 9500 से अधिक विकास मित्रों का मानदेय बढ़ाकर प्रतिमाह चार हजार से पांच हजार करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि बिहार लगातार साक्षरता के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है परंतु महादलित महिलाएं अभी भी साक्षर नहीं हैं। उन्हें साक्षर बनाने के लिए महादलित महिला अक्षर आंचल योजना के तहत अब प्रति वर्ष आठ लाख महिलाओं को साक्षर बनाने की योजना है। इस योजना से महादलित टोलों में भी महिलायें साक्षर होंगी।
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