जनरल को जबरन छुट्टी पर भेजा जाए: ब्रजेश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 1 अप्रैल 2012

जनरल को जबरन छुट्टी पर भेजा जाए: ब्रजेश


थलसेना प्रमुख और सरकार के बीच जारी विवाद के बीच पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ब्रजेश मिश्र ने घूस के प्रस्ताव संबंधी आरोप पर कोई कार्रवाई नहीं करने के लिए दोनों को जिम्मेदार ठहराया लेकिन वह चाहते हैं कि जनरल वीके सिंह को जबरन छुट्टी पर भेजा जाए। 

जनरल सिंह के 14 करोड़ रुपये के घूस देने के प्रस्ताव संबंधी आरोप पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि मेरा नजरिया है कि मंत्री और सेना प्रमुख दोनों कोई कार्रवाई नहीं करने के लिए जिम्मेदार हैं। गौरतलब है कि जनरल सिंह ने आरोप लगाया था कि एक अनुबंध को मंजूरी देने के लिए उन्हें 14 करोड़ रुपये की रिश्वत देने की पेशकश की गई जिसके बारे में उन्होंने रक्षा मंत्री को सूचित किया था।

पूछे जाने पर कि क्या सेना प्रमुख को बर्खास्त या उन्हें जबरन छुट्टी पर भेजा जाना चाहिए, मिश्र ने कहा, अगर उनकी बर्खास्तगी हुई तो कुछ और भी हो सकता है। अगर उन्हें अनिवार्य छुट्टी पर भेजा जाता है तो उन्हें बर्खास्त नहीं किया जा रहा है। मिश्र ने कहा कि उनसे कहा जाना चाहिए कि आप सरकारी वेतन पर दो महीने की छुटि्टयां बिताईये और फिर वेतन लीजिये और घर जाइये। प्रधानमंत्री को लिखे जनरल सिंह के पत्र के लीक होने के बारे में मिश्र ने सेना प्रमुख के करीबी सहयोगियों को जिम्मेदार ठहराने का प्रयास किया।

श्री ब्रजेश मिश्र ने कहा कि प्रधानमंत्री जिनका मैं बहुत सम्मान करता हूं, ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जो इस तरह का कुछ लीक करें। मैं यह स्वीकार नहीं कर सकता कि प्रधानमंत्री कार्यालय में किसी नौकरशाह ने इसे बाहर दिया हो। इसलिए अगर जनरल ने इस पत्र को खुद लीक नहीं किया है तो हो सकता है कि उनके किसी दोस्त ने ऐसा किया हो। जनरल सिंह की थ्री कार्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल दलबीर सुहाग के खिलाफ सीबीआई जांच कराने की सिफारिश पर उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख ऐसा करने के लिए अधिकृत नहीं हैं।

1 टिप्पणी:

भारतीय नागरिक - Indian Citizen ने कहा…

अब ब्रजेश मिश्रा भी. कुंयें में भांग पड़ गयी है.