बिहार दिवस पर बदले उद्धव के स्वर. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 13 अप्रैल 2012

बिहार दिवस पर बदले उद्धव के स्वर.


 शिव सेना ने शुक्रवार को मुम्बई में प्रस्तावित बिहार दिवस समारोह को लेकर गैर टकराववादी रुख पेश किया। जबकि राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने समारोह के विरोध के अपने रुख पर कायम है। समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लेने वाले हैं। शिव सेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि यदि बिहार के लोग महाराष्ट्र में बिहार दिवस मनाना चाहते हैं तो उन्हें बिहार में महाराष्ट्र दिवस भी मनाना चाहिए। 

ठाकरे ने कहा, "बिहार दिवस 15 अप्रैल को है, जबकि महाराष्ट्र दिवस पहली मई को पड़ता है। मैं नीतीश कुमार से सिर्फ यह कहना चाहता हूं कि आप बिहार लौटकर अपने राज्य में महाराष्ट्र दिवस भी मनाएं और हमारे मुख्यमंत्री को उसमें आमंत्रित करें। ऐसा कहा जा रहा है कि यहां बिहार दिवस मनाने से अच्छा वातावरण तैयार होगा। इसलिए महाराष्ट्र दिवस भी मनाइए ताकि पूरे देश में एक अच्छा वातावरण तैयार हो।"

लेकिन दूसरी ओर उनके चचेरे भाई और मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने बिहार दिवस समारोह के खिलाफ एक आक्रामक रुख अख्तियार किया हुआ है और यहां होने वाले आयोजनों में बाधा पहुंचाने की उन्होंने चेतावनी दी है। गुरुवार रात एक चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए राज ठाकरे ने एक विवादास्पद आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उत्तर भारत से प्रवासियों के आने के बाद मालेगांव आतंकवादियों का केंद्र बन गया है।  

ज्ञात हो कि मालेगांव नासिक जिले का एक मुस्लिम बाहुल्य कस्बा है। पिछले दो सप्ताहों से मनसे बिहार दिवस समारोहों का मुखर विरोध कर रही है और यहां तक कि उसने नीतीश कुमार को मुम्बई में प्रवेश करने की चेतावनी तक दे दी है। मनसे के इस रुख के बाद नीतीश कुमार ने पिछले सप्ताह अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि वह देश में कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र हैं और मुम्बई जाने के लिए उन्हें किसी वीजा की आवश्यकता नहीं है। 

समाजवादी पार्टी (सपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष अबु आसिम आजमी ने जहां राज ठाकरे की गिरफ्तारी की मांग की है, वहीं सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने मनसे प्रमुख के खिलाफ उनकी बिहार विरोधी टिप्पणी के लिए कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इस बीच राजनीतिक बयानबाजियों के बावजूद मुम्बई में बिहार दिवस की तैयारी जारी है, जहां 300,000 से अधिक बिहारी प्रवासियों के समारोह में उपस्थित होने का अनुमान है। समारोह पूर्वी उपनगर, विद्याविहार में स्थित सोमैया मैदान में होना है।

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