भेल महारत्न की पात्रता पूरी करती है. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 6 अप्रैल 2012

भेल महारत्न की पात्रता पूरी करती है.



 सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली उपकरण कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लि. (भेल) अब महारत्न का दर्जा पाने की पात्र हो गई है। इससे उसे वित्तीय मामलों में ज्यादा स्वायत्तता मिल सकेगी। 


सार्वजनिक उपक्रम विभाग (डीपीई) के एक अधिकारी ने कहा, कंपनी महारत्न का दर्जा पाने की पात्रता पूरी करती है। सार्वजनिक क्षेत्र की कोई भी महारत्न कंपनी मंत्रिमंडल की अनुमति के बगैर 5,000 करोड़ तक का निर्णय खुद ले सकती है। फिलहाल भेल नवरत्न कंपनी है। ऐसे में वह 1,000 करोड़ रुपये तक के निवेश का फैसला मंत्रिमंडल की अनुमति के बिना ले सकती है।

अधिकारी ने बताया भेल भारी उद्योग मंत्रालय के तहत आती है। उसे पहले भेल को महारात्न का दर्जा दिए जाने का प्रस्ताव डीपीई को भेजना होगा। किसी सार्वजनिक उपक्रम को महारत्न का दर्जा तभी मिल सकता है जबकि पिछले तीन साल के दौरान उसका औसत सालाना मुनाफा 5,000 करोड़ रुपये रहा हो। 

महारत्न के लिए जो अन्य पात्रताएं पूरी करनी होती हैं उनमें औसत सालाना कारोबार 25,000 करोड़ रुपये और पिछले तीन वित्त वषरें का औसत नेटवर्थ 15,000 करोड़ रुपये होना जरूरी है। पिछले साल भेल ने इस दर्जे की मांग की थी, पर वह कुछ पात्रताएं पूरी नहीं कर पाई थी। 

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