उत्तराखण्ड राज्य में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के बाद प्रथम भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस पर ऋषिकेष में भाजपा दो गुटों में बंट गयी। भाजपा ने अलग अलग स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित कर पार्टी के संस्थापक पं0 दीनदयाल उपाध्याय व श्यामाप्रसाद मुखर्जी के चित्रों पर माल्यार्पणर कर श्रद्धांजली दी। ज्ञात रहे कि चुनाव के दौरान भाजपा के दो गुटों में बंटे होने का आज सीधा सीधा असर भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस पर पड़ा है। जिसे ऋषिकेश में खुलेआम उस समय दिखाई दिया जब पार्टी के दो महामंत्रीयों सहित अधिंकाश पदाधिकारियों ने जीवनी माई मार्ग स्थित एक संस्कृत विद्यालय में अनुष्ठान हवन, आदि के उपरान्त गरीब संस्कृत के छात्रों को पुस्तकें वितरित की।
जिसमें विधायक प्रेमचन्द अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे । जिसकी अध्यक्षता राधाकृष्ण नौटियाल ने की। इस अवसर पर विधायक अग्रवाल ने उपस्थिति को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज से 32 वर्ष पूर्व भारतीय जनंसघ की दोहरी सदस्यता को लेकर पार्टी के अन्दर उठी आवाज के बाद 6 अपै्रल 1985 को भारतीय जनता पार्टी की स्थापना पं0 दीनदयाल उपाध्याय द्वारा की गई थी । जिसने दोहरी सदस्यता के सवाल पर विराम लगाया था ।
पार्टी तब से लेकर आज तक एक अनुशासित ढंग से कार्य करते हुए राजनीतिक क्षेत्र में अपने मुकाम पर पहुंची है। परन्तु कुछ लोग आज उस अनुशासन को तार-तार कर पार्टी को विभाजन की ओर ले जा रहे हैं । जो कि पार्टी हित में उचित नहीं है। पार्टी के महांमत्री रवि जैन व दिनेश सती के संयुक्त संचालन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सरोज डिमरी, कविता शाह, चेतन शर्मा, राजपाल ठाकुर, अरविन्द शाह, पंकज शर्मा, कपिल गुप्ता, संजय शास्त्री, देवेन्द्र दत्त सकलानी, विनोद शर्मा सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे तो वहीं त्रिवेणीघाट में आयेाजित कार्यक्रम में पार्टी के पूर्व प्रदेशअध्यक्ष मनोहरकान्त घ्यानी ने फल वितरित किए, इस अवसर पर संदीप गुप्ता, श्रवण जैन , जितेन्द्र अग्रवाल ,सरदार गोलू , राकेश पारछा, अनिकेत गुप्ता आदि उपस्थित थे।
(राजेन्द्र जोशी)

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