केंद्र सरकार रत्नों एवं आभूषण के शुल्कों में हुई वृद्धि को वापस ले सकती है। शुल्क वृद्धि पर चौतरफा घिरी केंद्र सरकार पर अब कांग्रेस ने भी दबाव बना दिया है। कांग्रेस ने केंद्र से आभूषण कारोबारियों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने को कहा है। वहीं, केंद्र पर दबाव बनाने के लिए आभूषण कारोबारी आज संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी व वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से मुलाकात करेंगे।
अखिल भारतीय काग्रेस समिति के महासचिव एवं पार्टी के मीडिया प्रभारी जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि काग्रेस ने सरकार से सुनारों की मागों पर सहानुभूतिपूर्ण तरीके से विचार करने को कहा है। द्विवेदी का बयान स्वर्णकार प्रतिनिधिमंडल की सोनिया गाधी के साथ होने वाली बैठक से पहले आया है। रत्नों एवं आभूषण के शुल्कों में हाल में हुई वृद्धि पर बने गतिरोध को तोड़ने के प्रयास में केंद्रीय वित्ता मंत्री प्रणब मुखर्जी आज नई दिल्ली में आभूषण उद्योग के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे।
अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण व्यापार संघ के अध्यक्ष बच्छराज बमालवा ने कहा कि बैठक आम बजट में टीसीएस, सीमा शुल्क एवं उत्पाद शुल्क में हुई वृद्धि को वापस लेने के बारे में चर्चा के लिए बुलाई गई है। उन्होंने कहा कि हम शुल्कों में हुई वृद्धि को पूरी तरह वापस लेने का आदेश जारी करने के लिए मुखर्जी को अपने विश्वास में लेंगे। उल्लेखनीय है कि मुखर्जी ने बजट में सोने की छड़ों, सिक्कों और प्लेटिनम के आयात शुल्क में दो से चार फीसदी की वृद्धि करने के साथ ही बिना ब्राड वाले आभूषणों के उत्पाद शुल्क में एक प्रतिशत की बढ़ोतरी की। इस वृद्धि से नाराज होकर आभूषण व्यापारियों ने अपना कारोबार गत 17 मार्च से बंद कर रखा है।
.jpg)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें