यशपाल की नाराजगी पर बहुगुणा ब्रेक !! - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 2 अप्रैल 2012

यशपाल की नाराजगी पर बहुगुणा ब्रेक !!


संगठन व सरकार मिलकर करेंगे विकास: आर्य


मंत्रियों को विभागों का बंटवारा होने के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य की दो दिनों से चली आ रही नाराजगी की खबरों पर विराम लग गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा सोमवार प्रातः यमुना कालोनी स्थित यशपाल के आवास पर पहुंचे जहां दोनों के बीच काफी देर गुप्त वार्ता हुयी कई दिनों से यशपाल के नाराज होने के खबरें मीडिया के माध्यम से कांग्रेस हाईकमान तक जा पहुंची थी और नाराजगी की बातें लगातार सामने आ रही थी मंत्रियों को विभागों का बंटवारा होने के बाद भी कई मंत्री मनमाफिक विभाग न मिल पाने के कारण नाराज बताये जा रहे हैं जिसे लेकर उत्तराखण्ड का राजनैतिक तापमान लगातार बढ़ रहा है। अभी एक अन्य विधायक को मंत्रीपद की शपथ दिलाने के साथ-साथ विभागों का बंटवारा किया जाना है जिसे लेकर जोर आजमाइश जारी है। माना जा रहा है बहुगुणा कैबिनेट में हरक सिंह रावत को मंत्री बनाकर भारी भरकम विभाग दिये जाने तय हैं। लेकिन जिस तरह से कांग्रेस के भीतर मंत्रियों की नाराजगी सामने आती देखी जा रही है वह निकट भविष्य में मुख्यमंत्री बहुगुणा के लिये विधानसभा का चुनाव लड़ने के दौरान भारी पड़ सकती है। क्योंकि बहुगुणा को छः माह के भीतर किसी एक विधानसभा से एक विधायक की सीट खाली कर चुनाव लड़ना है और वर्तमान मुख्यमंत्री किसी विधानसभा का चुनाव करते हैं यह भी राजनीति के गलियारो में चर्चा का विषय बना हुआ  है। राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि पहाड़ के बजाय यदि सीएम बहुगुणा मैदानी क्षेत्र से चुनाव लड़ते हैं तो यह बहुगुणा के लिये बेहद मुफीद साबित हो सकता है। कांग्रेस यह भी मानकर चल रही है कि यदि भाजपा का एक विधायक सीएम के लिये सीट छोड़ने के लिये तैयार हो जाये तो उस विधानसभा में कांग्रेस आसानी से विजय हासिल कर सकती है। क्योंकि उस क्षेत्र की जनता को मुख्यमंत्री के चुनाव लड़ने से विकास योजनाओं के साथ-साथ कई सुविधाएं मिल जायेंगी और पांच साल तक सरकार मे रहने के चलते क्षेत्रीय जनता भी मूलभूत सुविधाओं के लिये परेशान नहीं रहेगी।

कांग्र्रेस में बहुगुणा की ताजपोशी के बाद से ही नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है भले ही हाईकमान दबाव बनाकर इस नाराजगी को दूर करता रहा हो लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जिस तरह का जोश दिखायी देना चाहिये था वह गायब है। प्रदेश में वर्तमान हालात बता रहे हैं कि अभी भी कार्यकर्ताओं के चेहरों पर कांग्रेस की सरकार बनने की खुशी झलकती हुयी नजर नहीं आ रही लेकिन जिस तरह से कांग्रेस के भीतर नाराजगी का जिन बार-बार निकलता हुआ देखा जा रहा है उससे कहीं न कहीं राजनैतिक नुकसान कांग्रेस को होने की संभावना बनी हुयी है। कुल मिलाकर सोमवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य की नाराजगी की  खबरों पर प्रदेश के मुख्यमंत्री के उनके आवास पर जाने के बाद विराम लग गया है। यशपाल आर्य ने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि संगठन व सरकार के बीच कोई भी मतभेद नहीं है और विकास को आगे बढ़ाते हुए कार्यकर्ताओं का सम्मान नजरअंदाज नहीं किया जायेगा और प्रदेश के विकास के लिये सरकार जनता के द्वार जाकर काम करेगी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में उन बातों का खण्डन किया कि उनके द्वारा विभागों को लेकर नाराजगी जतायी गयी है।


(राजेन्द्र जोशी)

कोई टिप्पणी नहीं: