राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने मुखिया हत्याकांड की जांच सीबीआई से करने की मांग की है, लालू ने कहा कि राज्य सरकार को इस कांड की सीबीआई से जांच कराने के अविलंब आदेश देने चाहिए. उनकी जान पर जब खतरा था तो राज्य सरकार ने उन्हें सुरक्षा क्यों न उपलब्ध करायी. अदालत से जमानत मिलने के बाद ही मुखिया को सुरक्षा उपलब्ध कराई जानी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यदि सीबीआई से जांच कराने का निर्देश नहीं देती तो इसका मतलब लगाया जायेगा कि सत्तारुढ गठबंधन इस मामले के लिए दोषी है. सरकार इस मामले को रफा दफा करने का प्रयास नहीं करें. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार बार बार राजद के 15 वर्ष के कार्यकाल का हवाला देकर आलोचना करती है. राजद के कार्यकाल में यह हत्या हुई होती तो लालू प्रसाद पर आरोप लगाया जाता. अब सरकार को जवाब देना चाहिए. लालू ने आरोप लगाया कि इतना बडा कांड हो गया है. सत्तारुढ गठबंधन की ओर से न तो मुख्यमंत्री वहां पहुंचे हैं और न ही उपमुख्यमंत्री. लोगों में इतना आक्रोश है कि डीजीपी को भी विरोध का सामना करना पडा.
उधर लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान ने रणवीर सेना के प्रमुख ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड की निंदा करते हुए शुक्रवार को इस घटना की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। पासवान ने कहा कि ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड की सीबीआई से जांच होनी चाहिए। उनकी हत्या की घटना निंदनीय है। लोकतंत्र में हिंसा को किसी भी प्रकार से उचित नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के सुशासन में विधि व्यवस्था में लगातार गिरावट आती जा रही है। आपराधिक घटनाओं की संख्या में लगातार बढ रही है इसलिए विधि व्यवस्था खराब होने को लेकर मुख्यमंत्री को अपने पद से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। पुलिस मुख्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर घटनाओं की संख्या में बढोतरी की बात स्वीकार की गयी है। पासवान ने लचर कानून व्यवस्था और अपराधियों के बढते हौसले को लेकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हालात सामान्य होने पर मैं मतक के परिजनों को सांत्वना देने के लिए ब्रह्मेश्वर मुखिया के घर पर जाउंगा।


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