संसद के मानसून सत्र का शुक्रवार को आखिरी दिन है. राज्यसभा में फिर प्रमोशन में आरक्षण का बिल पेश हो सकता है. कोल ब्लाक आवंटन और सरकारी नौकरियों में कोटा को लेकर संसद के दोनों सदन हंगामे के भेंट चढ़ गये. सरकारी नौकरियों में कोटा बिल गुरुवार को भी राज्यसभा में अटक गया था. बिल बुधवार को ही पेश कर दिया गया था. कोल ब्लाक आबंटन पर भाजपा के हंगामे के बीच राज्यसभा को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया था.
समाजवादी पार्टी समेत शिवसेना ने इस विधेयक के खिलाफ जमकर हल्ला बोला. इससे सदन की कार्यवाही कई बार बाधित हुई. कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को कहा कि यूपीए सरकार यदि पदोन्नति में आरक्षण संबंधी विधेयक पारित कराने के प्रति गंभीर है तो उसे संसद के मानसूत्र सत्र की अवधि बढ़ानी चाहिए. मायावती ने कहा कि सरकार दोहरी चाल चलकर विधेयक को उस समय पेश किया, जब संसद की कार्यवाही बाधित की जा रही थी. मानसून सत्र की अवधि 10 से 12 दिन तक बढ़ाई जानी चाहिए. कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितता को लेकर शुक्रवार को भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन संसद परिसर में आंदोलन करेगा. कोयला ब्लॉक आवंटन रद्द करने और आवंटन में कथित भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच कराने की मांग भाजपा लगातार कर रही है.
भाजपा के प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि राजग से संबद्ध सभी सांसद शुक्रवार को संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले करीब एक घंटे तक धरना देंगे. इस धरने में जनता दल युनाइटेड, शिरोमणि अकाली दल और शिव सेना के सांसद शामिल होंगे. राज्यसभा में आज फिर प्रमोशन में आरक्षण का विधेयक पेश हो सकता है. गौरतलब है कि भाजपा ने इस मुद्दे पर संसद की कार्यवाही लगातार 12वें दिन गुरुवार को भी बाधित की. पार्टी प्रधानमंत्री का इस्तीफा और 2004 से 2009 तक किए गए सभी कोयला ब्लॉक आवंटन रद्द करने की मांग कर रही है.
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