भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने गुरुवार को कहा कि वह राष्ट्रीय टीम के कोच बनने के इच्छुक हैं। गांगुली के मुताबिक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अगर उन्हें इस भूमिका के योग्य समझता है तो फिर उन्हें इस काम से कोई ऐतराज नहीं।
गांगुली ने कहा, ''हां, कोचिंग में मेरी रुचि है, लेकिन मैं यह काम फिलहाल नहीं करना चाहता। अगर बीसीसीआई मानता है कि मेरे अंदर टीम को प्रशिक्षित करने की क्षमता है तो फिर मैं इसके लिए तैयार हूं।'' ''मैं मानता हूं कि मैं टीम के अंदर बदलाव ला सकता हूं। खिलाड़ियों की क्षमता निखार सकता हूं और साथ ही उनके फार्म को सुधारते हुए सम्पूर्ण बदलाव को दिशा दे सकता हूं। यह मेरे लिए इस खेल को वापस देने का अपना तरीका है।''
भारतीय टीम और इंडियन प्रीमियर लीग की कोलकाता नाइट राइर्ड्स टीम का कप्तान रहते हुए कोचों के साथ कभी धूप कभी छांव जैसा व्यवहार करने वाले गांगुली मानते हैं कि कप्तान को हमेशा टीम का मुख्य सदस्य होना चाहिए और कोच को बैकअप सहयोगी की भूमिका अदा करनी चाहिए।
गांगुली ने कहा, ''मैंने हमेशा माना है कि कप्तान टीम का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। वह मैदान में निर्णय लेता है। मैं 5-6 साल तक कप्तान रहा हूं और इस दौरान मैंने हालात के हिसाब से फैसले किए हैं। कोच का काम कप्तान की मदद करना होता है।''
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