लालू यादव के मुताबिक बिहार के लोग नहीं बल्कि ठाकरे परिवार के लोग मुंबई में घुसपैठिए हैं और उन्हें तुरंत महाराष्ट्र से निकल जाना चाहिए. लालू यादव ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा, "देखिए ये साबित हो चुका है कि ठाकरे परिवार बिहार से महाराष्ट्र आया. दिग्विजय सिंह ने अदभुत खोज की है. और इसे ठाकरे परिवार इनकार भी नहीं कर रहा है."
राष्ट्रीय जनता दल यानी आरजेडी नेता लालू यादव ने कहा, "प्रबोध ठाकरे तो बाल ठाकरे के पिता हैं. दोनों का चेहरा भी मिलता है. वो कैसे झूठ बोल सकते हैं. इसीलिए प्रबोध ठाकरे की किताब का सच सामने आने के बाद बाल ठाकरे-राज ठाकरे की सिट्ठी पिट्टी गुम है. उनसे कुछ बोलते नहीं बन रहा."
लालू यादव का कहना है कि अब मराठी लोग भी समझ गए हैं कि ठाकरे परिवार की असलियत क्या है, इसलिए वो भी ठगा महसूस कर रहे हैं. लालू यादव ने कहा कि बिहार से मुंबई गए लोग खून पसीने के कमाई से मुंबई को खुशहाल बना रहे हैं. उनका कहना है, "अगर राज को बिहारी पसंद नहीं है तो हम भी मुंबई से रिजर्व बैंक और तमाम उद्योगपतियों को हटने के लिए कह सकते हैं. इसके बाद मुंबई में बचेगा क्या.." लालू यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी चुटकी ली और उन पर ठाकरे परिवार से सांठ गांठ करने का आरोप लगाया.
शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने शनिवार को कहा कि वह पाकिस्तानी क्रिक्रेटरों को यहां खेलने नहीं देंगे. बाल ठाकर ने शिवसेना के मुखपत्र में अपने विस्तृत साक्षात्कार के दूसरे अंश में कहा, ‘मैं उन्हें यहां खेलने नहीं दूंगा. मैं अपने शब्दों से मुकरा नहीं हूं और वैसा नहीं होने दूंगा.’ उन्होंने यह भी दावा किया कि यदि उन्हें सेना का प्रभार दिया गया तो वह चमत्कार कर देंगे और एक महीने के अंदर चीजें दुरूस्त कर देंगे. उन्होंने कहा कि म्यामां और असम में दंगे में मुसलमानों पर कथित हमले के विरोध में 11 अगस्त को आजाद मैदान में हिंसा पूर्व नियोजित थी.
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