नीतीश पर सस्ती राजनीति करने का आरोप. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 6 सितंबर 2012

नीतीश पर सस्ती राजनीति करने का आरोप.


महाराष्ट्र और बिहार के नेताओं के बीच राज्यवाद को लेकर चल रहे आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला एक बार फिर जोर पकड़ता जा रहा है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने बिहारियों के खिलाफ टिप्पणी करके इस मुद्दे को हवा दी, जिस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रतिक्रिया व्यक्त की. इस पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहान ने नीतीश पर सस्ती राजनीति करने का आरोप लगा दिया तो नीतीश ने बुधवार को यह कहकर बात आगे बढ़ाई कि आजकल बिना सोचे-समझे बोलने की परिपाटी बन गयी है. 

पटना स्थित रवींद्र भवन में शहीद जगदेव प्रसाद के 38वें शहादत दिवस पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहान का नाम लिए बिना नीतीश ने कहा कि आजकल बिना सोचे-समझे बोलने की परिपाटी बन गयी है. 

चौहान के उस व्यक्तव्य पर कि किसी भी राज्य की पुलिस को किसी दूसरे राज्य में किसी आतंकवादी या अपराधी को गिरफ्तार करने जाने के लिए संबंधित राज्य की पुलिस को बताना आवश्यक नहीं है, नीतीश ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें कुछ बोलने से पहले बिहार के पुलिस महानिदेशक द्वारा भेजे गए पत्र को देख लेना चाहिए था. उन्होंने कहा कि हमने जो कहा वह गलत नहीं है पर उनके बोलने के बाद बहुत सारे राजनीतिज्ञों ने बोलना शुरू कर दिया और मुख्यमंत्रियों के बीच में मीडिया के माध्यम से बातचीत होती है.

नीतीश ने कहा कि हमारे राज्य के पुलिस महानिदेशक ने मुंबई के पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा था जिसका महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री जवाब भिजवा देते. उन्होंने कहा कि हम उस जवाब से संतुष्ट या असंतुष्ट होंगे तब ही तो निर्णय लेंगे कि हम स्वयं पत्र लिखें या प्रदेश के मुख्यसचिव से कहें कि आप जवाब दें. नीतीश ने कहा कि आज महाराष्ट्र के गृह मंत्री का बयान आया है कि बिहार के पुलिस महानिदेशक ने जो पत्र लिखा है उसमें कोई एतराज वाली बात नहीं है. 

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