केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को 12वीं पंचवर्षीय (2012-17) योजना को मंजूरी दे दी। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम ने कहा, "यह महत्वाकांक्षी योजना है।" योजना में गरीबी उन्मूलन, शिशु मृत्यु, दाखिला अनुपात और रोजगार सृजन से सम्बंधित सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए लक्ष्य तय किए गए हैं।
चिदम्बरम ने कहा कि योजना में आधारभूत परियोजनाओं में तेजी लाने और बाधाएं हटाने पर जोर दिया गया है। योजना आयोग की 15 सितम्बर की बैठक में दस्तावेज को मंजूरी दी गई थी। योजना में पहले जताए गए नौ फीसदी सलाना विकास दर के पूर्वानुमान को विपरीत वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों की वजह से घटाकर 8.2 फीसदी कर दिया गया है। ग्यारहवीं योजना में औसत सलाना विकास दर 7.9 फीसदी रही।
12वीं योजना में कृषि विकास दर का लक्ष्य चार फीसदी रखा गया है, जो समावेशी विकास के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। ग्यारहवीं योजना में कृषि विकास दर 3.3 फीसदी रही और 10वीं योजना अवधि में यह 2.4 फीसदी रही थी। विनिर्माण क्षेत्र में 10 फीसदी विकास दर का लक्ष्य रखा गया है। मंत्रिमंडल से मंजूरी मिलने के बाद योजना को आखिरी मंजूरी के लिए राष्ट्रीय विकास परिषद के समक्ष पेश किया जाएगा, जिसमें सभी मुख्यमंत्री और सभी केंद्रीय मंत्री शामिल होते हैं और जिनकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते हैं।
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