फिर से संन्यास लेंगे महान शूमाकर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 4 अक्टूबर 2012

फिर से संन्यास लेंगे महान शूमाकर


सात बार के विश्व चैम्पियन माइकल शूमाकर इस सत्र के अंत में दूसरी बार फार्मूला वन से संन्यास लेंगे। शूमाकर ने गुरुवार को जैपनीज ग्रां पी से पहले इसकी घोषणा की। शूमाकर ने मसिर्डीज ग्रां पी टीम की ओर से आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मैंने इस सत्र के अंत में एफ-1 से संन्यास लेने का फैसला किया है। हालांकि मैं अभी भी सबसे अच्छे चालकों के साथ प्रतिस्पर्धा के काबिल हूं।" वर्ष 2010 में एफ-1 सर्किट में लौटने वाले शूमाकर ने कहा, "इस बात पर मुझे गर्व है। यही कारण है कि मैंने कभी भी अपनी वापसी पर पछतावा नहीं किया।"

शूमाकर के इस फैसले से पहले उनकी टीम ने घोषणा की थी कि लुइस हेमिल्टन 2013 सत्र के लिए उनके नए चालक होंगे। इसके साथ मैक्लॉरेन टीम के चालक हेमिल्टन के स्विस टीम साउबर के साथ जुड़ने की अटकलों पर विराम लग गया। शूमाकर ने वर्ष 2006 में पहली बार संन्यास की घोषणा की थी। इसके बाद 43 साल के शूमाकर ने चार साल तक एफ-1 सर्किट से दूर रहने के बाद 2010 में वापसी की थी। वह हालांकि फेरारी टीम की तरह मसिर्डीज को परिणाम नहीं दे सके। तीन साल की अपनी दूसरी पारी में वह इस साल के यूरोपीयन ग्रां पी में तीसरे स्थान पर रहे, जो इस दौरान उनका श्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।

शूमाकर ने कहा कि वह काफी समय से संन्यास के बारे में सोच रहे थे। उन्होंने कहा, "मैं इसके बारे में काफी समय से सोच रहा था। मैंने अपनी टीम के साथ तीन साल का करार किया था और इस लिहाज से मेरे लिए बिल्कुल एक जैसा समर्पण और ऊर्जा बनाए रखना मुश्किल था। आप जब युवा होते हैं तो इसके बारे में नहीं सोचते हैं।" उल्लेखनीय है कि शूमाकर ने वर्ष 1991 में पहली बार जॉर्डन फोर्ड टीम की ओर से बेल्जियम ग्रां पी में हिस्सा लिया था। इसके बाद से शूमाकर विश्व के सबसे सफल फार्मूला वन चालक बन गए। उन्होंने वर्ष 2006 तक 91 रेस जीते। 

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