जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीनीकरण अभियान के दूसरे चरण के तहत सरकार हर राज्य में दो स्मार्ट शहरों को विकसित किये जाने की योजना बना रही है. इन समार्ट शहरों में बेहतर परिवहन व्यवस्था और न्यूनतम काबर्न उत्सर्जन होगा. जाएँगे
शहरी विकास मंत्री कमल नाथ ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘ हमारे पास शहरी नवीनीकरण अभियान है जिसका मतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा शहरों को निधि मुहैया करायी जाती है. इसके तहत हमारा हर राज्य में दो स्मार्ट शहरों के विकास का प्रस्ताव है.’’
मंत्री ने कहा कि पांच लाख से 10 लाख की जनसंख्या वाले शहरों को ‘स्मार्ट सिटी’ बनाया जायेगा. उन्होंने बताया कि इसके लिये आस्ट्रेलियाई प्रोद्योगिकी संस्थान के विशेषज्ञों से मदद मांगी गयी है. उन्होंने बताया कि उज्जैन और जबलपुर का नाम भी स्मार्ट शहर बनाने के लिये विचार किया जायेगा.
कमल नाथ ने कहा, ‘‘ हम इस समय बड़े शहरों को स्मार्ट शहर नहीं बना सकते. हमें पहले मध्यम आकार के शहरों को ऐसा बनाना होगा. इसलिये हमारी पांच लाख से 10 लाख की जनसंख्या वाले शहरों पर निगाह है. ’’
उन्होंने बताया , ‘‘ हमने आस्ट्रेलियाई प्रोद्योगिकी संस्थान और राष्ट्रीय शहरी मामलों के संस्थान से भी सहयोग की संभावना पर चर्चा की है.’’ कमल नाथ ने बताया, ‘‘ हम त्वरित शहरीकरण के लिये बेहतर तकनीक चाहते हैं. इसमें स्मार्ट शहर, शहरी परिहवन सुविधा और उसका एकीकरण शामिल हैं.’’
कमल नाथ से संवाददाताओं ने एयरपोर्ट मेट्रो में खामी के लिये चिली भेजी जा रहे दल के बारे में सवाल पूछा. मंत्री ने बताया, ‘‘ अभी यह तय नहीं है पर वहां जो हुआ है उसका अध्ययन किया जाना जरूरी है. हालांकि इस संबंध में रिपोर्ट को अंतिम रूप नहीं दिया गया है.’’
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