छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में सेंट्रल माइनिंग प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट ने नहर के नीचे पांच हजार लाख टन कोयले के भंडार का पता लगाया है. साउथ ईस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड के कुसमुंडा क्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक उमेश चौधरी ने शनिवार को बताया कि सीएमपीडीआई ने सव्रे के दौरान मिनीमाता हसदेव बांध परियोजना की मुख्य नहर के नीचे करीब पांच सौ मिलियन टन कोयले के भंडार का पता लगाया है. इस नहर के नीचे खुदाई करने से कुसमुंडा खदान का उत्पादन आसानी से बढ़ सकता है.
हालांकि करीब 11 हजार करोड़ रुपए कीमत के इस कोयले को निकालने के लिए नहर को शिफ्ट करना होगा.
चौधरी ने बताया कि देश के समक्ष कोयले की जरूरत पूरी करने के लिए कोल इंडिया ने अपने कोयला खदानों के विस्तार की योजना बनाई है. एसईसीएल की कुसमुंडा खदान का उत्पादन अगले सात वर्ष में 18 मिलियन टन से बढ़ाकर 50 मिलियन टन करने की योजना है. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए यह नया भंडार काफी मददगार साबित हो सकता है.
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