भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम चला रहे अरविंद केजरीवाल ने रॉबर्ट वाड्रा को रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ की ओर से सरकार की कृपादृष्टि के एवज में फायदा पहुंचाए जाने के आरोपों पर कंपनी की सफाई को आधा सच और झूठा करार दिया है। केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा, डीएलएफ ने प्रतिक्रिया दी है। यह आधे सच और झूठ से भरी हुई है। काफी जानकारी दबाई गई है। उन्होंने लिखा, 'हम कल एक विस्तृत जवाब देंगे।' लेकिन क्या वाड्रा डीएलएफ की प्रतिक्रिया से सहमत हैं या उनकी दूसरी कोई राय है? अगर वह बयान देंगे तो हम सराहेंगे।
डीएलएफ ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था कि उसने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद वाड्रा को सरकार से फायदों के एवज में 0 पर्सेंट ब्याज पर पैसा दिया था। कंपनी ने कहा कि उसका वाड्रा के साथ एक बिज़नसमैन के तौर पर ट्रांसपैरंट सौदा हुआ था। केजरीवाल और प्रशांत भूषण के आरोपों को खारिज करते हुए डीएलएफ ने कहा कि न तो उसने (डीएलएफ ने) राज्य सरकार से कोई अनुचित फायदा उठाया है और न ही उसे दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान की सरकारों की ओर से कोई जमीन अलॉट की गई। डीएलएफ ने इस आरोप को भी खारिज कर दिया है कि कंपनी ने बहुत कम दाम पर वाड्रा और उनकी कंपनियों को संपत्तियां बेचीं।
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