रिजर्व बैंक ने सीआरआर 0.25 प्रतिशत घटाकर 4.25 प्रतिशत किया. ग्राहकों को नहीं मिली राहत, ईएमआई में कोई कमी नहीं. रिजर्व बैंक ने मंगलवार को सीआरआर में 0.25 फीसद की कटौती की है जिससे यह 4.25 फीसदी हो गया है. यह कटौती तीन नवंबर से लागू होगी. वहीं रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है. इसमें कोई बदलाव नहीं होने से आम आदमी के कर्ज पर ईएमआई कम नहीं होगी. इन बदलावों के साथ रेपो रेट आठ फीसदी और रिवर्स रेपो रेट सात फीसदी पर स्थिर है.
सीआरआर चौथाई प्रतिशत घटने से वाणिज्यिक ऋण के लिए व्यवस्था में 17500 करोड़ रुपये की नकदी आएगी जिसका फायदा कर्ज लेने वालों ग्राहकों को मिलेगा. ग्राहकों को कर्ज लेने में आसानी होगी.
रिजर्व बैंक ने 2012-13 के लिए आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 5.8 प्रतिशत किया जो पहले 6.5 प्रतिशत रखा था. आरबीआई ने यह कदम इस आशा के साथ उठाया है कि इससे महंगाई पर लगाम लगेगा, और विकास दर को बढ़ावा मिलेगा. ये बदलाव मौजूदा वित्त वर्ष के लिए आरबीआई के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने मुंबई के मिंट मार्ग स्थित आरबीआई मुख्यालय में की गई मौद्रिक नीति की दूसरी तिमाही समीक्षा के दौरान किए. सुब्बाराव ने मंगलवार को उठाए गए नीतिगत कदम के पीछे के तर्क के बारे में कहा, 'नकद आरक्षी अनुपात में कटौती, तरलता की संभावित तंग स्थिति के मद्देनजर पूर्व कार्रवाई के तहत की गई है.' रिजर्व बैंक ने उधार देने और लेने की प्रमुख दरें अपरिवर्तित रखीं.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें