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गुरुवार, 28 फ़रवरी 2013

घर में अपमानित और दिल्ली में सम्मानित


दिल्ली में जाकर महिला किसानों ने लहराया परचम

बिहार में अभी भी खेतों में काम करने वाली महिला किसानों को किसानी का दर्जा नहीं मिला है। इस दिशा में सरकार  और कृषि मंत्री निष्क्रिय है। इन महिला किसानों को राष्ट्रीय स्तर मानक प्रदान करके के उद्देश्य से ऑक्सफैम इंडिया, लैण्डेसा एवं विमेंस पॉवर कनेक्ट के संयुक्त तत्तावधान में महिला किसान सम्मान समारोह आयोजित कर 28 महिला किसानों को सम्मानित किया। चाणक्यपुरी स्थित विश्व युवक केन्द्र में महिलाओं को एक साल शाल और प्रंशस्ति पत्र दिया गया। इस तरह बिहार में महिला किसान अपमानित होती हैं और बाहर जाकर सम्मानित होती है।
   
बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उतराखंड, मध्यप्रदेश, उड़ीसा, तमिलनाडू और मणिपुर में ऑक्सफैम इंडिया कार्यरत हैं। इनके सहयोग से गैर सरकारी संस्था प्रगति ग्रामीण विकास समिति के द्वारा सूबे के 10 जिलों में महिला किसानों के द्वारा आजीविका सहायता केन्द्र,गृह वाटिका,सामूहिक खेती,पट्टा पर लेकर खेती करती हैं। इससे प्राप्त अनाज से जीविकोर्पाजन करते हैं।
  
ऑक्सफैम इंडिया से मिले परियोजना के कृषि एवं आजीविका समन्वयक मंजू डुंगडुंग ने बताया कि इस समारोह में समाजसेवी, बुद्धिजीवि और महिला किसानों के प्रति हमदर्दी रखने वाले संवेदनशील व्यक्ति उपस्थित थे। उन्हीं लोगों की उपस्थिति में 28 महिला किसानों को सम्मानित किया गया। प्रगति ग्रामीण विकास समिति के कार्यक्षेत्र से सम्मानित होने वाली महिला किसानों में कृष्णा देवी,मनझारों देवी, सीमा देवी, चन्द्रावती देवी और देवंती देवी थीं। इसके अलावे नालंदा  जिले पावापुर में कार्यशील गैर सरकारी संस्था नव बिहार समाज कल्याण प्रतिष्ठान केन्द्र की 6 महिला किसानों को भी सम्मानित किया गया। ये महिलाएं विषम परिस्थिति में सामूहिक खेती करने में सफल हो पायीं। आजीविका सहायता केन्द्र खोल दीं। स्वयं सहायता केन्द्र निर्माण करके बचत करके पट्टा में खेत लेकर खेती किये। खेत से फसल पैदा किये। अब महाजनों के आगे अनाज लेने के लिए जाना नहीं पड़ता है। 
  
आगे समन्वयक मंजू डुंगडुंग का कहना है कि प्रगति ग्रामीण विकास समिति के सचिव प्रदीप प्रियदर्शी के कुशल मार्गदर्शन में नक्सल प्रभावित क्षेत्र भोजपुर जिले के सहार प्रखंड में शानदार कार्य करने के एवंज में पुरस्कार मिला है। यह सब कुछ ही वर्षों के लगातार महादलित महिलाओं के साथ कार्य करने का परिणाम मिला है।     
      


---अलोक कुमार---

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