ढोंगी तात्रिंक ने ठगे 14 लाख 80 हजार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 14 मार्च 2013

ढोंगी तात्रिंक ने ठगे 14 लाख 80 हजार


हल्द्वानी/देहरादून, 13 मार्च,। भीमताल निवासी व्यक्ति को पुश्तैनी जमीन पर धन दौलत दबी होने का लालच देकर एक ढोंगी तांत्रिक 14 लाख 80 हजार रुपए का चूना लगा दिया यही नहीं उसने श्माया के चक्कर में अपनी जमीन भी गिरवी रख दी। अब तांत्रिकउस पर तीन लाख दस हजार रुपये और देने का दवाब बना रहे थे। इस बीच यहां के डिग्री कालेज में पढऩे वाला उसका भांजा वहां पहुंच गया और उसने बंद कमरे को खोल कर तांत्रिकों के पूरे अनुष्ठान पर से ही पर्दा उठा दिया। पुलिस ने इस मामले में मुख्य तांत्रिक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की छानबीन की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार कालाढूंगी में रहने वाले पूरन चंद का भीमताल में पुश्तैनी मकान व जमीन है। पूरन का कहना है कि उसे कई दिनों से सपनों में भीमताल में उसकी जमीन में माया दबी होने के सपने आ रहे थे। इन सपनों को पंख तब लगे जब वह कालाढूंगी रोड पर जमीन में दबी माया निकालने का काम करने वाले मोहन सेन से मिला। मोहन सेन ने यहां के एक समाचारपत्र में अपनी दक्षता से संबंधित विज्ञापन प्रकाशित कराया था। उसने हल्द्वानी के कालाढूंगी रोड़ स्थित एक कांपलैक्स में कमरा किराए पर लेकर ऑफिस भी खोल रखा था। पूरन ने जब उसे अपने सपनों की बात बताई तो उसने समझाया कि सपने हकीकत  बन सकते हैं, लेकिन इसके लिए उसे अपने मुरादाबाद में रहने वाले गुरू राजेंद्र गुरूजी की मदद लेनी होगी। इसके तरह मोहन ने राजेंद्र गुरुजी को भी इस मामले में डाल दिया। 

कुछ दिन बाद अपने गुरु व एक अन्य व्यक्ति के साथ मोहन पूरन के पुश्तैनी मकान में पहुंचा। गुरुजी ने कुछ मंत्रोच्चार के साथ घोषणा की कि इस जमीन में कई घड़े माया दबी है। लेकिन इस माया का  कोई भी सदुपयोग नहीं कर सकता इसकी एवज में उसे कुछ प्रतिशत माया निकालने वाले को देना होगा। पूरन इस शर्त पर राजी हो गया। तय हुआ कि पूरन तांत्रिकों को एक किलो सोने का मूल्य नगद भेंट करेगा। इसके एवज में निकलने वाली माया में से वह नौ किलो नौ सौ ग्राम सोने का सदुपयोग कर सकेगा। इसके बाद तांत्रिकों ने उसके घर के एक कमरे को पूरी तरह से सील कर दिया। इस कमरे में सिवाए तांत्रिकों के कोई नहीं जा सकता था। एक दिन पूजा पाठ के बाद राजेंद्र गुरु जी ने पूरन को नाग नागिन का एक जोड़ा दिखाया और बताया कि वे सांपों के इस जोड़े को अपने साथ ले जा रहे हैं। उसके अनुसार सापों का यह जोड़ा ही माया की पहरेदारी कर रहा था। परन का विश्वास तांत्रिकों पर और बढ़ता जा रहा था और तांत्रिकों की लिप्सा भी। वे पूरन पर उनका मेहनताना देने का दवाब बनाने लगे। पूरन का दावा है कि इतने पैसे उसके पास नहीं थे, सो उसने अपनी जमीन गिरवी रख कर 24 लाख 80 हजार रुपए तांत्रिकों को किश्तों के रूप में दे दिए। 

अब तांत्रिक उस पर तीन लाख दस हजार रुपए और देने के लिए दवाब बनाने लगे। तांत्रिकों ने बाकी का काम तीन लाख दस हजार रुपए देने के बाद शुरू करने की घोषणा कर दी। पूरन बाकी पैसों के इंतजाम में लग गया। कल अचानक हल्द्वानी के एम बी पीजी कालेज में पढऩे वाला उसका भान्जा भीमताल स्थित पूरन के घर पहुंच गया। उसने एक कमरे को बंद देखा तो अपने मामा से पूछा। पूरन ने उसे कमरे में न जाने की हिदायत दी लेकिन वह जैसे तैसे कमरे में घुस गया। उसने कमरे में रखे घड़े के ऊपर से डाला गया सफेद रंग का कपड़ा उठाया तो घड़े के अंदर आटे से बनी सांपों की दो अनुकृतियां मिलीं। घड़े में मिट्टड्ढी भरी गयी थी।  यह बात पूरन व उनके भांजे ने अपने ग्राम प्रधान शंकर जोशी को बताई, जिन्होंने तांत्रिकों द्वारा की गई इस धोखाधड़ी की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए कालाढूंगी रोड़ पर अपने कार्यालय में बैठे मोहन सेन व उसके दूसरे साथ आनंद को दबोच लिया। उनसे पूछताछ के बाद मुरादाबाद से राजेंद्र गुरुजी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है। 



(राजेन्द्र जोशी)

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