छतरपुर जिला की खबर -छतरपुर पुलिस ने दो मूर्ति चोरों को गिरफ्तार किया है। ये मूर्ति चोर सगे भाई हैं। पुलिस ने इन आरोपियों के पास से कट्टा-कारतूस भी जब्त किए हैं। सटई थाना क्षेत्र के प्रतिष्ठित मंदिर से चोरी हुई मूर्तियों के इन चोरों से मिलने के बाद सैकड़ों ग्रामीण भगवान के दर्शन करने के लिए थाने पहुंच गए दिनभर थाने में भगवान के दर्शन करने वालोंकी भीड़ लगी रही। फ्लाईंग स्क्वायड के प्रभारी हरीश दुबे ने बताया कि एसपी पीएस बिष्ट को शहर के अमानगंज मोहल्ला में एक मकान दो लोगों के अवैध हथियारों के साथ मौजूद होने की सूचना मिली थी। इस पर एसपी श्री बिष्ट ने फ्लाइंग स्क्वायड और सिटी कोतवाली पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस ने 25 जनवरी की रात में इस घर में दबिश दी। इसमें दबिश में मीनू उर्फ इकबाल खां और उसका भाई चांद खां मिल गए। तलाशी लेने पर इनके पास से 315 बोर का एक-एक कट्टा और कारतूस बरामद किए गए। पुलिस ने इस घर से रामजानकी की 3 मूर्तियां बरामद की। पूछताछ में इन आरोपियों ने बताया कि सटई थाना क्षेत्र के भैरा गांव में स्थित रामजानकी मंदिर से राम, सीता और लक्ष्मन की मूर्तियां उन्होंने चोरी की थीं। करीब 4 माह पहले चुराई गईं इन मूर्तियों की कीमत करीब 80 हजार रुपए आंकी गई थी। पुलिस ने ये मूर्तियां जब्त करके आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। ग्रामीण पहुंचे थाने सटई थाना क्षेत्र के ग्राम भैरा के लोगों को जब उनके मंदिर की मूर्तियां पकड़े जाने की सूचना मिली तो वे में ट्रेक्टरों में सवार होकर जिला मुख्यालय आ गए। पहले कई लोग सिटी कोतवाली पहुंचे, लेकिन पुलिस ने आरोपियों के ओरछारोड थाने में होने बात बताई तो वे ओरछारोड थाने पहुंच गए। सैकड़ों लोगों ने चार माह से गायब भगवान के दर्शन किए और उन्हें फिर से मंदिर में विराजमान कराने की मांग की। इन मूर्ति चोरों को पकडऩे वाली टीम में टीआई ओएस चंदेल, दीपक यादव, राधा जामोद, हेड कांस्टेबल राजकुमार, आरक्षक रामजन्म, रामलाल, श्याम और रावेंद्र शामिल थे।
[संतोष गंगेले]

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