उत्तर प्रदेश की सपा सरकार ने ऐलान किया है कि वित्तीय वर्ष 2013-14 के अंत तक 60 हजार शिक्षामित्रों को प्रशिक्षित कर अध्यापक नियुक्त कर दिया जाएगा। साथ ही सरकार ने शिक्षा मित्रों का प्रतिमाह मिलने वाला मानदेय भी 3500 रुपये से बढ़ाकर 5000 रुपये किए जाने को लेकर केंद्र सरकार को पत्र लिखा है। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस सदस्य प्रदीप चैधरी द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चैधरी ने बताया कि शिक्षा मित्रों को नौ फरवरी 2009 से 3500 रुपये प्रतिमाह की दर से मानदेय दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शिक्षा मित्रों को वर्ष 2013-14 में पांच हजार रुपये प्रतिमाह की दर से मानदेय दिए जाने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि शिक्षा मित्रों का मानदेय भारत सरकार ही निर्धारित करती है।
चौधरी ने बताया कि इसके अलावा मुख्यमंत्री के निर्देश पर शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षित कर उनकी पूर्ण अध्यापक के रूप में नियुक्ति किए जाने का भी फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि ऐसे शिक्षा मित्र जो स्नातक हैं। उनकी तो अध्यापक पद पर सीधे भर्ती हो सकती है लेकिन जो इंटरमीडिएट पास हैं, उन्हें प्रशिक्षित कर अध्यापक पद पर नियुक्त किया जाएगा। साथ ही उन्हें यह छूट भी दी गई है कि वह प्रशिक्षण काल के दौरान ही स्नातक की परीक्षा भी दे सकते हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षित करने के कार्य में कुछ विलम्ब अवश्य हुआ है लेकिन वर्ष 2013-14 के अंत तक 60 हजार शिक्षा मित्रों की अध्यापक पद पर नियुक्ति हो जाएगी। इस विषय पर नेता प्रतिपक्ष बसपा के स्वामी प्रसाद मौर्य व कांग्रेस के संजय कपूर ने सरकार से सवाल जवाब किया।
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