डोमचांच: मानवाधिकार जन निगरानी समिति वारानसी व संग्राम के संयुक्त तत्वाधन मे नव दलित आंदोलन की शुरूआत की गई। आंदोलन का प्रारम्भ इंदरवा पंचायत के सलैडीह तुरी टोला मे 9 बजक दिन में लोक विघालय कर आयोजन कर किया गया। जिसमे ग्रामिणो ने अपनी समस्या रखते हुए कहा कि हमारे टोले मे जितने भी कालोनी है सभी बरसात मे पानी रिसता है घर मे खना भी बनाना मुश्कील काम हो जाता है। हमारे बच्चो को आंगनबाडी से कोई लाभ नही मिलता है। हमारे टोले के युवा बेरोजगार हो कर पलायन कर गये है। और जो है वो बेरोजगारी झेल रहे है।
लोक विघालय मे समस्या सुन रहे मानवाधिकार कार्यकता बसंत पासवान ने कहा कि हम दलित नहीं है हम लोग जन्म से ईंसान है समाज की सामंती व्यवस्था ने हमे दलित बना दिया है। जो दलित है वो है ही पर जो दलित नही है उन्हे भी दलित बनाने की कोशिश की जा रही है। यह नव दलित आंदोनल एकल महिला,वंचित,दबे कुचले लोग, अल्पसंख्यक, आदिवासियों अतिवंचितों एवं प्रगतिशील लोगों की मुखर आवाज है। हम आपकी आवाज को इस आंदोलन मे जगह देगें और आपको हर सम्भव मदद करंेगें। कार्यक्रम में रंजीत तुरी,सुमा देवी, सुनिता दंेवी,मन्ती देवी, बेबी देवी, लीलम देवी, राजु तुरी, कुलेश्वर तुरी, रूकनी देवी, सरस्वती देवी, के अलावे पुरे टोले के लोग उपस्थित थे। समिति के वंदना देवी ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रखण्ड के दस गांव मे सक्रिय रूप से चलाया जायेगा। धन्यवाद ज्ञापन संग्राम ें सुमन कुमार मेहता ने किया।
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