रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया आज क्रेडिट पॉलिसी का ऐलान कर दिया। बैंक ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती की है जबकि सीआरआर में कोई बदलाव नहीं किया है। आर्थिक विकास दर में गिरावट और महंगाई दर में कमजोरी से आरबीआई को कटौती का मौका दिया है। आरबीआई ने रेपो रेट में 0.25 फीसदी घटाया है। अब रेपो रेट 7.5 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 6.5 फीसदी हो गया है। वहीं, आरबीआई ने सीआरआर में कोई बदलाव नहीं किया है। सीआरआर 4 फीसदी पर स्थिर है। बैंक रेट घटकर 8.5 फीसदी हुआ है।
आरबीआई ने ऊंची खाद्य महंगाई दर पर चिंता जताई है। आरबीआई ने कहा है कि ग्रोथ पर फोकस करने के बावजूद दरों में और कटौती करने के लिए ज्यादा गुंजाइश कम है। लिक्विडिटी को सुधारने के लिए ओएमओ का सहारा लिया जाएगा। आरबीआई के मुताबिक करंट अकाउंट घाटा चिंता का विषय है। हालांकि, आरबीआई ने चौथी तिमाही में हालात में सुधार आने की उम्मीद जताई है।
वित्त वर्ष 2014 में महंगाई दर मौजूदा स्तरों के करीब रहने का आरबीआई का अनुमान है। आरबीआई ने कहा है कि रिटेल महंगाई और थोक महंगाई में काफी ज्यादा अंतर है। आरबीआई का कहना है कि जनवरी में कैपिटल गुड्स और माइनिंग ग्रोथ में गिरावट आई है। सर्विस सेक्टर की ग्रोथ 10 साल के निचले स्तर पर पहुंचना चिंताजनक है। वैश्विक उतार-चढ़ाव का घरेलू अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है।
इससे पहले 29 जनवरी को आरबीआई ने रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की थी और उसके बाद रेपो रेट 7.75 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 6.75 फीसदी हो गया था। आरबीआई ने 9 महीनों के बाद रेपो रेट घटाया था। वहीं, सीआरआर में भी आरबीआई ने 0.25 फीसदी की कटौती की और ये 4 फीसदी हो गया। सीआरआर में कटौती के बाद सिस्टम में 18000 करोड़ रुपए आएंगे।
.jpg)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें