नेताजी को खाकीवर्दी से ही होने लगा खौफ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 19 मार्च 2013

नेताजी को खाकीवर्दी से ही होने लगा खौफ


सात माह से नेताजी को जमानत नहीं मिली। कोर्ट के द्वारा वारंट जारी कर दी गयी है। नेताजी पटना जिले के नौबतपुर प्रखंड में रहते हैं और पालीगंज प्रखंड में काम करते हैं। दोनों जगहों के थाना नेताजी को धड़ दबौचने के चक्कर में है। खादीधारी नेताजी खाकीवर्दीधारी से बचके निकलने में कामयाब रहे हैं।  मामला पालीगंज थानान्तर्गत का है। प्रगति ग्रामीण विकास समिति के समन्वयक बाबूलाल चौहान कर्णपुरा में 14 अगस्त 2012 को बच्चों के सीट एण्ड ड्रा कम्पीटिशन में व्यस्त थे। उधर पालीगंज थानाध्यक्ष ने किसी साजिश के तहत समन्वयक को बर्बादी की ओर धकेलने की भरपूर तैयारी करने में लग गये। उनपर आरोप मढ़ दिया गया कि उन्होंने मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी,कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ किये और सरकारी संपति को नुकसान पहुंचाया। केस नम्बर 170/12 दिनांक 14/8/12  413 147/341/353/504/427 आईपीसी दर्ज है। गिरीधर प्रसाद को केस का आईओ बनाया गया है। इस पालीगंज थाने का मो0 नसीम अहमद थानाध्यक्ष हैं। 

समन्वयक बाबूलाल चौहान ने कहा कि पालीगंज थाना से दानापुर न्यायालय में मामला भेज दिया गया है। अंग्रिम जमानत लेने गये तो न्यायालय के सहायक ने प्रेषित मामला के आलोक में जमानत कागजात को न्यायालय में प्रेषित नहीं करने का परामर्श दिया। इसके बाद मामले को सेसन कोर्ट में रेफर कर दिया गया है। 8 मार्च 2013 को सेसन कोर्ट में काम नहीं हो सका। अब अगली तिथि 6 अप्रैल को निर्धारित की गयी है। उस दिन अंग्रिम जमानत के लिए अर्जी पेश किया जाएगा।  इस बीच पुलिस की नजर में समन्वयक फरार हैं। इसी लिए खाकीवर्दी से बच रहे हैं अगर पुलिस गिरफ्त में लेती है तो कम से कम तीन माह शिकंजे में रहना पड़ जाएगा। इसी लिए अंग्रिम जमानत लेने की कोशिश की जा रही है।
  
अपने आवेदन में कार्यक्रम पदाधिकारी ने लिखा कि मैं आनंद कुमार,पिता परशुराम दास, मो0- भीखनपुर, पो0 - ई हमेंशा चक,जिला- भागलपुर का निवासी हूं तथा मैं प्रखंड कार्यालय में कार्यक्रम पदाधिकारी के पद पर पदास्थित हूं । मैं आज अपने समयानुसार अपने कार्यालय से होकर पंचायत भ्रमण में था। करीबन दो बजे मेरे कार्यालय में प्रगति ग्रामीण विकास समिति/एकता परिषद के 50-60 कार्यकर्ता बाबूलाल चौहान, पिता- ब्रहमदेव नोनिया,गांव-बड़ी टंगरेला,थाना-नौबतपुर,जिला-पटना के नेतृत्व में बिना किसी पूर्व सूचना के मजदूरी मांगने के एवज में मेरे कार्यालय में कार्यकर्ता के साथ तोड़-फोड़ शुरू कर दिया। जिसमें कुर्सी-टेबुल क्षतिग्रस्त के साथ सरकारी दस्तावेज को भी नुकसान पहुंचाया गया। इसके पूर्व दिनांक 13/8/12 को रात्रि 7रू52 बजे मोबाइल सं0 9431661043 से फोन कर बाबूलाल चौहान के द्वारा इस संबंध में धमकी दी गयी थी।

इस पर समन्वयक ने कहा कि कार्यक्रम पदाधिकारी महोदय से दोस्ताना संबंध है। फोन से सदैव बातचीत होती है। उसी दोस्ताना के कारण मात्र फोन करके जानकारी दी गयी थी। मौके पर नहीं थे। बच्चों के कार्यक्रम में व्यस्त थे। मुझे किसी साजिश के तहत फंसाया गया है। अब तो मामला कोर्ट में है। वहीं से न्याय मिलने की संभावना है।


---आलोक कुमार---
पटना 

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