वन भूमि पर अधिकारियों की बढ़ती नजर
देहरादून, 11 अप्रैल। देहरादून के राजधानी बनने के बाद भूूमाफियों की बाढ़ सी आ गई है। अधिकारियों और सफेदपोशों का गठजोड़ राजधानी की उन जमीनों पर भी नजर गढ़ाए हुए बैठा है जिसका या तो कोई वारिस नहीं है या भूमिधरी को लेकर वारिसानों में कोर्ट कचहरी में विवाद कई वर्षों से लंबित हैं। राजधानी के राजपुर क्षेत्र स्थित वीरगिरवाली भूमि प्रकरण भी इसी तरह का विवादित भूमि सौदा है। मामले में आईपीएस अधिकारी बीएस सिद्धू चर्चाओं में हैं। राजधानी क्षेत्र में चल रही चर्चाओं के अनुसार आईपीएस अधिकारी ने जानबूझ कर विवादित जमीन का सौदा इस लिए किया कि यह जमीन उन्हें औने-पौने दामों पर मिली। सूत्रों ने तो यहा तक बताया है कि अब पुलिस और वन विभाग के अधिकारी सांठ-गांठ कर वन विभाग की जमीन को अधिकारी को देने का तानाबाना बुनने लगे हैं।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार वीरगिरवाली क्षेत्र की जमीन जिस नत्थूराम के नाम सरकारी दस्तावेजों में दर्ज है वह 23 साल पहले स्वर्ग सिधार चुका है। लेकिन पुलिस ने इस दौरान कई और नत्थूरामों को ढूंढ निकाला है ताकि उनके अधिकारी का रास्ता साफ हो और इन नत्थूरामों में से किसी एक को असली नत्थूराम बना कर अधिकारी के सामने जहां अपने नंबर बढ़ाने का प्रयास किया तो वहीं जमीन पर भी अधिकारी के कब्जे को बरकरार रखने का तानाबाना बुनना शुरू किया। इस समूचे प्रकरण में यह बात भी सामने आई है जिस नत्थूराम का आईपीएस को जमीन देने में इस्तेमाल किया गया वह भी फर्जी नत्थूराम था। क्योंकि राज्य बनने से पहले के भू दस्तावेजों में जमीन के मालिक का अथवा गवाहों के कंप्यूटरीकृत फोटो नहीं होते थे और इसके स्थान पर पासपोर्ट साइज के फोटो चस्पा किये जाते थे, जिससे यह साफ नहीं हो पाता था कि भू खरीदने वाला या भूमि बेचने वाले में असली कौन व नकली कौन।
बहरहाल नत्थूराम पुत्र मटकूमल द्वारा आईपीएस को बेची गई जमीन की जांच जारी है। हाईप्रो फाइल इस मामले में कोई भी अधिकारी साफ बोलने से बच रहा है लेकिन संभावना इस बात की है कि जो जमीन वन विभाग के कागजों में आरक्षित वन भूमि बतायी गई है उस वन क्षेत्र की भूमि को आईपीएस को देने को दोनों विभाग जुगत लगा रहे हैं। जबकि राजधानीवासियों का कहना है कि वे पिछले कई दशकों से इस भूमि पर साल के वृक्षों का जंगल देख रहें हैं और उन्होंने कई साल के पेड़ों को अपनी आखों से बड़ा होते देखा है। ऐसे में अब यह सवाल उठता है कि आखिर वन भूमि में कैसे तो नत्थूराम पुत्र मटकूमल ने और कैसे आईपीएस अधिकारी ने जमीन की खरीद फरोख्त की।
बिना अनुमति के प्रचार करने वाले वाहन को सीज करने की कार्यवाही की जाये
देहरादून, 11 अप्रैल । जिला मजिस्टैªट/जिला निर्वाचन अधिकारी (स्थानीय निकाय), देहरादून बीवीआरसी पुरूशोतम ने अवगत कराया है कि आदर्ष आचार संहिता के ंअनुपालन के संबंध में समस्त रिटर्निग आफिसर नगर निगम, देहरादून/ नगरपालिका ़़ऋषिकेश, विकासनगर,मसूरी/नगर पंचायत डोईवाला, हरबर्टपुर को निर्देश दिये है, कि वर्तमान में नगर निगम/नगरपालिका/नगर पंचायतों के निर्वाचन की कार्यवाही गतिमान है एवं आचार संहिता प्रभावी हे। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आदर्श आचरण संहिता 2013 की प्रति उपलब्ध करा दी गई हे। आदर्श आचरण संहिता का प्रभावी रूप से अनुपालन सभी रिटर्निग आफिसर सुनिश्चित करे एवं इसके संबंध में राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों एवं उम्मीदवारों की बैठक कर उन्हें प्राविधानों से भी अवगत करा दिया जाय। उम्मीदवारों के नामांकन के समय तथा प्रचार प्रसार मेें लगे वाहनों लाउडस्पीकर की अनुमति सम्बन्धित रिटर्निग आफिसर द्वारा दी जायेगी। जिसे वाहन के ग्लास विण्डों पर चस्पा किया जायेगा। यदि कोई वाहन बिना अनुमति के प्रचार कार्य में लगा पाये जाये तो उसे सीज करने की कार्यवाही की जाये। कोई सभा या जुलूस करने के पूर्व रिटर्निग आफिसर से अनुमति प्राप्त की जानी आवश्यक हे। यदि कोई सभा या जुलुस बिना अनुमति के किया जाता है तो यह आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन है, ऐसे मामलों मे तत्काल नोटिस जारीकर स्पष्टीकरण सम्बन्धित राजनीतिक दल/उम्मीदवार से प्राप्त किया जाये तथा अपने मंतव्य सहित प्रभारी अधिकारी आदर्श आचार संहिता की रिपोर्ट प्रेषित की जाय। किसी सभा व जुलुस की जिसकी अनुमति प्रदान की गई है पूरी वीडियोग्राफी सुनिश्चित की जायेगी। अनुमति देने के लिए एक पृथक से रजिस्टर बनाया जाये जिससे किसी स्थल पर सभा करने की अनुमति ‘‘ पहले आओ पहले पाओ‘‘ के आधार पर कर दी जायेगी। राजनीतिक दल/उम्मीदवार द्वारा प्रचार हेतु बैनर पोस्टर पम्पलेट अपील आदि के मुद्रित की जाने वाली ब्वदजमदज का पूर्वानुमोदन सम्बन्धित रिटर्निग आफिसर से प्राप्त किया जाये। यदि किसी बिन्दु पर परामर्श की आवश्यकता है तो प्रभारी अधिकारी आदर्श आचार संहिता से उनके दूरभाष संख्या 078306000027 पर सम्पर्क करें।
निर्वाचन कन्ट्रोल रूम की स्थापित
देहरादून, 11 अप्रैल । जिला मजिस्टैªट/जिला निर्वाचन अधिकारी (स्थानीय निकाय), देहरादून बी.वी.आर.सी पुरूषोतम ने अवगत कराया है कि नागर निकाय चुनाव के संबंध में यदि कोई अपनी समस्या एवं शिकायत दर्ज कराना चाहाते है तो वह कचहरी परिसर में स्थित आपदा कार्यालय में निर्वाचन कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गई है जिसका दूरभाष न0 0135-2720444, 2623444 तथा नागर स्थानीय निकाय निर्वाचन हेतु तैनात किये गये प्रभारी अधिकारी आर.पी.बहुगुणा जिनका मोबाइल न0 9997160542 तथा श्री सी.एस.बोथ्याल, सहायक प्रभारी अधिकारी 9410141537, एम.एम.कुडियाल, सहायक प्रभारी अधिकारी 9997097630, अनिल कुमार त्रिपाठी, सहायक प्रभारी अधिकारी 9412310506 के मोबाइल न0 पर भी चुनाव से सम्बन्धित समस्या एवं जानकारी के लिए तैनात किये गये प्रभारी अधिकारियों एवं सहायक प्रभारी अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
बंशीधर तिवारी प्रभारी अधिकारी आदर्श आचार संहिता नामित
देहरादून, 11 अप्रैल । जिला मजिस्टैªट/जिला निर्वाचन अधिकारी (स्थानीय निकाय), देहरादून बी.वी.आर.सी पुरूषोतम ने अवगत कराया है कि बंशीधर तिवारी, सचिव मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की जनपद में नगर निगम/नगर पालिका/नगर पंचायत के चुनावों के लिए आदर्श आचार संहिता के अनुपालन में प्रभारी अधिकारी आदर्श आचार संहिता नामित किया गया है। आदर्श आचार संहिता के प्रभावी अनुपालन के लिए सहायक प्रभारी अधिकारी आदर्श आचार संहिता की नियुक्ति की गई है जिसमें नगर निगम क्षेत्र, देहरादून में श्रीमती सादिया आलम, उप मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम देहरादून नायब तहसीलदार देहरादून सहायक प्रभारी अधिकारी आदर्श आचार संहिता, नगर पालिका क्षेत्र, ऋषिकेश में .नायब तहसीलदार, ऋषिकेश,. अधिशासी अधिकारी नगर पालिका ऋषिकेश, नगर पालिका क्षेत्र, मसूरी .नायब तहसीलदार, मसूरी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका, मसूरी,नगर पालिका क्षेत्र, विकासनगर.नायब तहसीलदार,विकासनगर,अधिशासी अधिकारी नगर पालिका, विकासनगर, नगर पंचायत, हरबर्टपुर..नायब तहसीलदार , विकासनगर, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत, हरबर्टपुर, नगर पंचायत क्षेत्र, डाईवाला नायब तहसीलदार , देहरादून अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत, डोईवाला को सहायक प्रभारी आर्दश आचार संहिता नियुक्त किया गया है।

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