पश्चिम बंगाल के राज्यपाल एम.के. नारायणन ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य के मंत्रियों पर नई दिल्ली में 'पूर्व नियोजित हमले' पर क्षोभ व्यक्त किया और कहा कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पोलित ब्यूरो को इसके लिए सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए। नारायणन ने एक बयान में कहा, "पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री और वरिष्ठ मंत्रियों पर राष्ट्रीय राजधानी में पूर्व नियोजित हमला बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह हमारी लोकतांत्रिक परंपरा पर कलंक है। यह घटना बेहद निंदनीय है।"
उन्होंने कहा कि भारत के आधुनिक इतिहास में ऐसी घटना का उदाहरण नहीं मिलता। उन्होंने आगे कहा, "हमले के लिए जिम्मेदार व्यक्ति और साजिशकर्ता लोकतांत्रिक ढांचे में कार्य करने का अधिकार खो चुके हैं।" नारायणन ने कहा, "लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री और उनके मंत्रिपरिषद के सहयोगियों पर इस तरह के हमले का मिसाल आधुनिक भारत के इतिहास में नहीं मिलता। यह घटना इतनी गम्भीर है कि माकपा पोलित ब्यूरो को इसके लिए सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।"
राज्यपाल का यह बयान नई दिल्ली में योजना आयोग भवन के बाहर माकपा की छात्र शाखा स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं द्वारा ममता बनर्जी, अमित मित्रा और अन्य के साथ धक्का-मुक्की किए जाने के बाद आया है। एसएफआई कार्यकर्ताओं ने मित्रा को धकेलने के अलावा झंडे के एक डंडे से उनपर प्रहार भी किया था। बाद में उन्हें छाती में दर्द होने की शिकायत पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में दाखिल किया गया था। ममता बनर्जी ने सांस लेने में तकलीफ होने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ अपनी निर्धारित बैठक रद्द कर दी थी। राज्यपाल ने तृणमूल और अन्य पार्टियों से राज्य में शांति बनाए रखने की अपील की।
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