राष्ट्रपति शासन नक्सली समस्या का हल नहीं : रमन सिंह - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


मंगलवार, 28 मई 2013

राष्ट्रपति शासन नक्सली समस्या का हल नहीं : रमन सिंह

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने नक्सली घटना पर बयान देते हुए कहा है कि नक्सली समस्या किसी एक राज्य की समस्या नहीं है बल्कि यह एक राष्ट्रीय समस्या है। उन्होंने कहा कि नक्सल हमला का विकल्प राष्ट्रपित शासन नहीं है। सिंह ने यह बयान सोमवार को एक स्थानीय चैनल पर दिया है। शनिवार से ही कांग्रेसी खेमे से राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की जा रही है। सिंह ने कहा कि शनिवार को हुए नक्सली हमले से मुझे व्यक्तिगत नुकसान हुआ है। नंदकुमार पटेल से मेरे व्यक्तिगत संबंध थे वहीं महेंद्र कर्मा मेरे मार्गदर्शक की भूमिका में थे। वे नक्सलवाद के खिलाफ लगातार लड़ रहे थे। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति करना अच्छी बात नहीं है। 

सिंह ने कहा कि इस नक्सली घटना से हमें सबक लेना है और आगे संघर्ष करना है। उन्होंने कहा कि अभी जांच में यह पता लगाना है कि पिछले दिनों हुए नक्सली हमले में कितने राज्यों के नक्सली थे। उसका नेतृत्व कौन कर रहा था और कितने नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया है। सिंह ने कहा कि नक्सली हमले के बाद सरकार की ओर से घायलों के इलाज और उन्हें लाने में हर संभव मदद पहुंचाई गई है। उन्होंने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के काफिले का मार्ग अचानक बदलने की घटना के बारे में किसी तरह की जानकारी नहीं होने की बात कही है।

कोई टिप्पणी नहीं: