मुम्बई के तलोजा केंद्रीय कारागार (टीसीजे) में गुरुवार को गोलीबारी में घायल हुए माफिया डॉन अबु सलेम को उपचार के बाद शुक्रवार सुबह उसे वापस उसके बैरक में भेज दिया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "उसे गुरुवार शाम वासी स्थित एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसका उपचार किया गया। रातभर उसे वही रखा गया। उसे सुबह टीसीजे वापस भेज दिया गया है। उसके स्वास्थ्य को लेकर किसी तरह की चिंता की बात नहीं है।"
सलेम को तजोला जेल से कहीं और भेजे जाने के सवाल को खारिज करते हुए अधिकारियों ने कहा कि गृह मंत्रालय की सलाह पर यह फैसला जेल प्रशासन लेगा। 1993 में मुम्बई में हुए श्रंखलाबद्ध विस्फोट एवं अन्य प्रमुख वारदातों के आरोपी सलेम पर चार साल में दूसरी बार जेल में हमला हुआ है। जेल के एक कैदी देवेंद्र जगताप ने गुरुवार शाम लगभग 6.30 बजे जेल के अहाते में कथित रूप से एक देसी बंदूक से सलेम को नजदीक से दो गोली मारी थी। माना जा रहा है कि सलेम वार से अपने को बचाते हुए बैरक में भाग गया, इस दौरान एक गोली उसके दाएं बांह में लगी।
नवी मुम्बई पुलिस आयुक्त ए.के. शर्मा ने शुक्रवार को कहा, "हमले के मकसद, जेल में बंदूक के पहुंचने और इससे सम्बंधित अन्य मुद्दों की जांच की जा रही है।" जेडी के नाम से माफिया गिरोह में चर्चित जगताप माफिया सरगना और भगोड़े छोटा राजन निखालजे के विरोधी विजय शेट्टी का करीबी माना जाता है। फौजदारी मामले के वकील शाहिद आजमी की हत्या के मामले में कैद जगताप को 2011 में अदालत में पेशी के दौरान बंदूक के साथ देखा गया था।
गुरुवार को उसे अदालत में पेश किया गया और जांचकर्ता इस बात की जांच कर रहे हैं कि उसके पास यह बंदूक कैसे आई। सलेम पर इससे पहले मुम्बई के आर्थर रोड केंद्रीय कारागार में जुलाई 2010 में उसके विरोधी माफिया मुस्तफा दोसा ने चम्मच से हमला किया था। इस हमले के बाद एहतियातन उसे तलोजा जेल में और दोसा को ठाणे जेल में स्थांतरित कर दिया गया था।

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