दरदरी (बगहा) में निर्दोष छात्रों की हत्या पुलिस की नृषंसतम कार्रवाई, ए॰आई॰एस॰एफ॰ ने किया छात्रों की हत्या के खिलाफ 27 जून, 2013 को बिहार बंद करने का आह्वान
पटना 25 जून। बगहा जिला के दरहरी गांव में हुई निर्दोष छात्रों एवं लोगों की हत्या बिहार पुलिस की नृषंसतम कार्रवाई है। पुलिस को जो समय रहते कार्रवाई करनी चाहिए वह तो पुलिस करती नहीं है जब जनता उग्र होती है तो पुलिस अंग्रेजी हुकुमत का रूप अपना कर निर्दोष बच्चों, महिलाओं, छात्रों एवं आम लोगों पर गोलियां बरसाने लगती है। पुलिस का यही रूप फारबिसगंज, मधुबनी आदि स्थानों पर देखने को मिला था। बगहा की घटना फिर उन्हीें कृत्यों की याद ताजा करती है। और उन कृत्यों से भी बढ़कर नृसंस्तम रूप प्रस्तुत करती है। ज्ञात हो कि इस घटना में 10 वर्ष का छात्र षिव मोहन कुमार, 12 वर्षियं 7 वाँ का छात्र अनिल कुमार, 16 वर्षिय 10वाँ का छात्र अनुप कुमार सहित 7 लोगों की हत्या हुई है। ए॰आई॰एस॰एफ॰ पुछती है कि उस 10 वर्ष, 12 वर्ष एवं 16 वर्ष के छात्र से पुलिस को क्या खतरा हुआ कि पुलिस ने उनकी हत्या की? और नीतीष शासनकाल में ऐसी घटनाऐं बार-बार क्यों होती है? निर्दोष छात्रों की हत्या को ए॰आई॰एस॰एफ॰ कतई बर्दास्त नहीं करेगा एवं इसके प्रतिरोध में मृत छात्रों को न्याय दिलाने के लिए संगठन 27 जून को बिहार बन्द करेगा।

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