बिहार में बगहा जिले के नौरंगिया थाना क्षेत्र में सोमवार को पुलिस द्वारा गोली चलाए जाने से छह लोगों की मौत हो जाने की घटना के बाद विपक्षी दल सरकर पर लगातार हमले कर रहे थे। ऐसे में सरकार ने पूरे मामले की जांच न्यायिक आयोग से कराने का निर्णय लिया है। न्यायिक आयोग की अध्यक्षता के लिए उच्च न्यायालय के सेवारत या अवकाश प्राप्त न्यायाधीश के नाम का प्रस्ताव देने का अनुरोध गृह विभाग ने उच्च न्यायालय से किया है। इधर, राज्य सरकार ने बगहा के पुलिस अधीक्षक और बगहा के पुलिस उपाधीक्षक का भी स्थानांतरण कर दिया है।
गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी ने बताया कि सरकार ने मृतक के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये और साधारण रूप से घायलों को 25-25 हजार रुपये देने की घोषणा की है। उल्लेखनीय है कि घटना के तुरंत बाद सरकार ने जेल महानिरीक्षक आनंद किशोर और अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) एस़ क़े भारद्वाज को घटना की जांच के लिए मौके पर भेजा था। इन दोनों अधिकारियों ने सरकार को अपनी जांच रिपोर्ट भी शुक्रवार को सौंप दी है।
उल्लेखनीय है कि नौरंगिया थाना क्षेत्र के अमवा कटहरवा गांव के पास सोमवार को पुलिस और नागरिकों की बीच हुई झड़प के दौरान पुलिस द्वारा की गई गोली में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 21 ग्रामीणों सहित 25 लोग घायल हो गए थे।

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